weather 57 1

लेडी टीचर मर्डर केस ने लिया नया मोड, पुलिस का मानना यह आत्महत्या हो सकती है

हरियाणा Breaking News

➤भिवानी की लेडी टीचर मनीषा की मौत मामले में नया मोड़
➤पुलिस ने सुसाइड नोट और जहरीला स्प्रे खरीदने के सबूत की पुष्टि की
➤रिपोर्ट्स आने के बाद ही स्पष्ट होगा हत्या या आत्महत्या का एंगल

हरियाणा के भिवानी जिले में 19 वर्षीय लेडी टीचर मनीषा की रहस्यमयी मौत के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। खेत में लाश मिलने के पांच दिन बाद पुलिस ने खुलासा किया है कि इस केस में अब आत्महत्या के एंगल से भी जांच की जा रही है।

11 अगस्त को जिस दिन मनीषा लापता हुई थी, उसी दिन उसने एक जहरीला स्प्रे खरीदा था। पुलिस जांच में सामने आया कि यह स्प्रे उसी दुकान से खरीदा गया, जो मनीषा के प्ले-वे स्कूल से महज 200 मीटर की दूरी पर स्थित है। दुकानदार ने पुलिस को बताया कि मनीषा ने खुद स्प्रे खरीदा था और इसकी बाकायदा एंट्री भी रजिस्टर में की गई थी। पुलिस ने दुकानदार के बयान दर्ज कर लिए हैं और उसे जांच में शामिल किया गया है।

Whatsapp Channel Join

भिवानी के एसपी सुमित कुमार ने पुष्टि की है कि इस केस में एक कॉपी का पन्ना भी बरामद हुआ है, जिस पर रोमन में हरियाणवी लहजे में लिखे कुछ शब्द मिले हैं। पुलिस का कहना है कि यह सुसाइड नोट हो सकता है, लेकिन फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि यह वास्तव में मनीषा की लिखावट है या नहीं। इसे लेकर फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है।

एसपी के मुताबिक, अभी एक-दो रिपोर्ट का इंतजार है। रिपोर्ट आने के बाद ही इस केस में यह साफ हो पाएगा कि यह हत्या है या आत्महत्या का मामला।

मनीषा के शव को खेत से बरामद किए जाने के बाद से ही स्थानीय लोगों में सनसनी फैल गई थी। प्रारंभिक जांच में परिवार और ग्रामीणों ने हत्या की आशंका जताई थी। अब पुलिस ने आत्महत्या की संभावना को भी गंभीरता से जांच में शामिल कर लिया है

हरियाणा के भिवानी जिले में लेडी टीचर मनीषा मर्डर केस ने बड़ा रूप ले लिया है। मृतका के परिजन और ग्रामीण लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इसी को लेकर रविवार को परिजनों और ग्रामीणों ने दिल्ली-पिलानी रोड पर जाम लगाया और ढिगावा में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। धरने में आसपास के गांवों के लोग भी शामिल हो रहे हैं, वहीं भाजपा, कांग्रेस, जेजेपी और इनेलो जैसे दलों के नेता भी आंदोलन में पहुँच रहे हैं।

मनीषा का शव पोस्टमॉर्टम के लिए रोहतक PGI भेजा गया था। लेकिन परिजनों ने दोबारा पोस्टमॉर्टम के बावजूद शव लेने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक शव नहीं उठाया जाएगा।

मामला कैसे शुरू हुआ

13 अगस्त को मनीषा का शव गांव सिंघानी के खेतों में मिला था। उसका गला रेता हुआ था। इसके बाद से ही परिवार ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। मनीषा के पिता संजय का कहना है कि जब उन्होंने बेटी की गुमशुदगी की शिकायत दी तो पुलिस ने कहा कि लड़की भाग गई है और दो दिन में लौट आएगी। पिता का आरोप है कि यदि पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती तो मनीषा की जान बचाई जा सकती थी।

पुलिस कार्रवाई और सख्त कदम

परिवार और ग्रामीणों के दबाव के बाद सरकार ने सख्ती दिखाई। आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर 15 अगस्त को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने SP मनबीर सिंह को हटा दिया और उनकी जगह सुमित कुमार को SP बनाया। इसके साथ ही लोहारू थाना प्रभारी अशोक, महिला ASI शकुंतला और डायल-112 की ERV टीम के ASI अनूप, कॉन्स्टेबल पवन और SPO धर्मेंद्र को सस्पेंड कर विभागीय कार्रवाई शुरू की गई।

वहीं, घटनास्थल के आसपास लगातार धरना जारी है और ग्रामीणों ने साफ कहा है कि जब तक न्याय नहीं मिलता, आंदोलन जारी रहेगा।