पानीपत, (आशु ठाकुर) : हुडा विभाग की ग्रीन बेल्टों और दूसरी संपत्तियों पर भूमाफियाओं द्वारा किए जा रहे कब्जों और संपदा अधिकारी की स्थाई नियुक्ति को लेकर जन आवाज सोसाइटी के सदस्यों ने जोगेंद्र स्वामी पूर्व जिला पार्षद के नेतृत्व में प्रदर्शन किया और भ्रष्टाचार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए सभी सदस्य कार्यालय के अंदर तक पहुंच गए और जूनियर इंजीनियर रामपाल आर्य के साथ जमकर बहसबाजी की।
इस अवसर पर जोगिंद्र स्वामी पूर्व जिला पार्षद ने कहा कि पानीपत औद्योगिक क्षेत्र होने के साथ-साथ सरकार को काफी राजस्व देने वाला शहर भी है, लेकिन इन सबके बावजूद विभाग में संपदा अधिकारी के न होने से लोग धक्के खाते फिर रहे हैं, जबकि यह विभाग खुद मुख्यमंत्री के पास है और वह महीने में कई चक्कर पानीपत लगा रहे हैं। उसके बावजूद भी लोग भारी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में लगभग पांच संपदा अधिकारी अपना ट्रांसफर करवा कर आते जाते रहे हैं, जब तक उनको कोई काम समझ आता है, तब तक उनका ट्रांसफर हो जाता है या वह खुद ही ट्रांसफर करवाने के चक्कर में लग जाते हैं। उन्होंने कहा कि हुड्डा से संबंधित लोगों की फाइलें अलमारी में सजी पड़ी है, लेकिन उन पर कोई हस्ताक्षर करने वाला नहीं मिलता। जिसके चलते लोगों को बहुत बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों के ढूल मूल नीति के चलते पानीपत में कोई स्थाई कार्यकारी अधिकारी की नियुक्ति न होने से और मुख्य प्रशासक द्वारा शिकायतों पर संज्ञान न लेने से भूमाफियाओं के हौसले बड़े हुए हैं। जिसके चलते हुडा विभाग की जमीनों पर धड़ल्ले से अवैध कब्जे का कार्य चल रहा है। इस मौके पर रंजीत भोला, सरदार कवलजीत सिंह, डीपी ग्रोवर, सोनू पंडित, अजय राणा, कुलदीप शर्मा, विक्की शर्मा, जगदीश कालड़ा, सतीश शर्मा, मुंसाद तोमर, संदीप, मनोज कुमार, बीआर वर्मा, महावीर प्रजापत, नरेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।
मिलीभगत कर ग्रीन बेल्ट की जमीन भी नहीं छोड़ी
यहां तक कि भू माफियाओं द्वारा शहर के ईमानदार नेताओं के साथ मिली भगत करके ग्रीन बेल्टों की जमीन को भी नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई पंक्ति में आखिरी छोर पर खड़े उस गरीब इंसान के लिए है। जिनको मिलने वाली सुविधाओं को भ्रष्ट अधिकारी और माफिया लोग अपनी तिजोरी में बंद कर देते हैं। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा कई बार मुख्य प्रशासक को बरसात रोड पर हुड्डा विभाग की सैंकड़ों गज जमीन पर कब्जा करके उसमें ऐससीओ काटे जा रहे हैं। जिसमें तत्कालीन जेई छत्रपाल और पटवारी महेंद्र द्वारा साठ-गांठ करके करोड़ों की जमीन पर कब्जा करवा दिया गया। इसके साथ-साथ इन अधिकारियों द्वारा बरसत रोड पर काफी जगह पर कब्जा करवाए गए हैं। जिन पर विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।
मुख्यमंत्री से की ईमानदार एचसीएस अधिकारी की मांग
उन्होंने कहा कि जीटी रोड ग्रीन बेल्ट की सैंकड़ों करोड़ की जमीन की तत्कालीन भूमि अर्जन अधिकारी राजकुमार भौरिया द्वारा फर्जी रिलीज लेटर जारी किए गए, जिनकी हमने प्रामाणिकता के साथ उच्च अधिकारियों को शिकायतें भेजी, लेकिन इसमें शहर के सबसे ईमानदार नेता इन भ्रष्टाधिकारियों और भूमाफियाओं को बचाने के लिए उनका कवच बनने का कार्य करते हैं। जिन भ्रष्ट अधिकारियों को जेल के पीछे होना चाहिए था। वह ईमानदार नेताओं के कारण सम्मानित होकर ट्रांसफर करवा जाते हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि पानीपत हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण में सरकार द्वारा नियुक्त पांच कार्यकारी अधिकारियों में से या फिर ईमानदारी से काम करने के इच्छुक एचसीएस अधिकारी की स्थाई नियुक्ति की जाए और हुड्डा विभाग की जमीन पर हो रही अवैध कब्जे को तत्काल ध्वज किया जाए।