Nuh में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई है, जिसमें पुलिस को एक दलित महिला को बलात्कार(Rape) के बाद जख्मी हालत में शिकायत देने के लिए थाने(police station) में पहुंची, लेकिन पुलिस ने उसे अपने हाल पर छोड़ दिया। पीड़ित(victim) को Hospital में भी इलाज के लिए भी सहारा नहीं मिला। जिसके बाद एक अज्ञात ने 112 पर कॉल करके सूचना दी। फिर 112 की टीम ने महिला को मदद पहुंचाई।
जानकारी अनुसार महिला ने बताया कि वह नूंह जिले के रोजकामेव थाने के अंतर्गत एक गांव से है। उसे गांव से अपने काम के लिए जाना था, लेकिन रास्ते में एक युवक ने उसे जबरदस्ती अपने घर में ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया। जब महिला ने उसका विरोध किया, तो उसने उसे पीटा और धमकियां दी। महिला का पति अपाहिज है और उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। इसलिए उसे स्वयं शिकायत करने आना पड़ा, लेकिन पुलिस ने उसकी मदद नहीं की। उसे अकेले ही जख्मी हालत में अस्पताल भेज दिया, जहां उसे इलाज नहीं मिला। बाद में किसी ने 112 पर कॉल करके मदद मांगी और फिर पुलिस ने महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया।
महिला ने कहा कि आरोपी ने उसके साथ गलत काम करते हुए उसे रात को काफी देर बाद अपने घर से जाने दिया। महिला रात को किसी तरह घायलावस्था में घर पहुंची। जिसके बाद वह सुबह होते ही रोजकामेव थाने में शिकायत देने गई। शिकायत में उसने बताया कि गांव के ही युवक ने उसके साथ जबरदस्ती बलात्कार किया है।