प्रदेश के नूंह में 31 जुलाई को ब्रजमंडल शोभायात्रा के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर पुलिस ने अपनी कार्रवाई को गति देते हुए अब विधायक मामन खान से भी पूछताछ करने का मामला सामने आ रहा है। जानकारी के अनुसार नूंह पुलिस ने कांग्रेस विधायक मामन खान को 160 सीआरपीसी नोटिस देकर पूछताछ के लिए तलब किया है, जबकि विधायक मामन खान ने नोटिस की जानकारी होने से इंकार किया जा रहा है।
नूंह में हुई हिंसा के मामले में अब कांग्रेस विधायक मामन खान से 31 अगस्त को पूछताछ होगी। इससे पहले विधायक को 30 अगस्त तक का समय दिया गया था। विधायक पर आरोप लगे हैं कि हिंसा भड़काने में उनकी भूमिका रही है। पुलिस की एसआईटी इसको लेकर जांच कर रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 31 जुलाई को हुई हिंसा मामले में नगीना थाना पुलिस की ओर से फिरोजपुर विधायक को नोटिस देकर पूछताछ के लिए तलब किया गया है। 30 अगस्त को विधायक मामन खान को नगीना थाने में पुलिस के समक्ष पेश होना है। नूंह पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया ने इसकी पुष्टि की है। वहीं विधायक मामन खान ने इस मामले में इंकार करते हुए कहा कि उन्हें कोई नोटिस में नहीं मिला है, न ही कोई मामला उनके संज्ञान में अभी तक आया है। नूंह हिंसा मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं, वह निष्पक्ष जांच के लिए तैयार हैं।
भाजपा नेता हिंसा के लिए उकसाने का लगा रहे आरोप
31 जुलाई को ब्रज मंडल यात्रा के दौरान हुई धार्मिक हिंसा से विधायक मामन खान का नाम भी जोड़ा जा रहा है। बीजेपी नेता रमणीक सिंह मान सहित अन्य नेता सोशल मीडिया पर मामन खान को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस विधायक मामन खान का यह वायरल वीडियो इसी साल फरवरी महीने का है। उस वक्त हरियाणा विधानसभा में बजट सत्र चल रहा था। सत्र के दौरान मामन खान ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे।
कई सवालों का जवाब मांगेगी पुलिस
गृहमंत्री अनिल विज ने बड़ा दावा किया है कि 28, 29, 30 जुलाई को विधायक मामन खान जहां भी गए थे, वहां 31 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हिंसा हुई। फिरोजपुर झिरका के डीएसपी सतीश कुमार एसआईटी के प्रमुख हैं और उनकी मौजूदगी में ही विधायक मामन खान से पुलिस कई सवालों पर जवाब मांगेगी। पुलिस ने सवालों की एक लंबी चौड़ी लिस्ट इसके लिए तैयार की है।
विधायक द्वारा सोशल मीडिया पर मैसेज किया गया पोस्ट
दावा किया जा रहा है कि हिंसा को लेकर कुछ ऐसे लोगों की गिरफ्तारी हुई है, जिन्होंने विधायक के समर्थक होने की बात पुलिस को बताई है। इसके साथ सोशल मीडिया पर भी विधायक मामन खान द्वारा एक मैसेज पोस्ट किया गया। हालांकि इसे बाद में हटा लिया गया। फिलहाल एसआईटी हिंसा में विधायक की क्या संलिप्तता रही है, इसको लेकर पड़ताल कर रही है। इसी को लेकर गंभीरता से पूछताछ की जाएगी।