Nuh में आईएमटी(IMT) रोजकामेव स्थित धीरदोका गांव में 3 महीने से मुआवजे को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे जिले में 9 गांवों के किसानों की कमेटी और भारतीय किसान यूनियन (BKU) के पदाधिकारियों ने मंगलवार को डीसी धीरेन्द्र खड़गटा के साथ मीटिंग की। मीटिंग के बाद अल्टीमेटम(Ultimatum) दिया।
किसान संगठन ने प्रशासन को 15 दिन का एक बार फिर से अल्टीमेटम दिया कि अगर 26 जून तक किसानों को किसी प्रकार का संतुष्टि जनक जवाब नहीं मिला तो किसान अब कड़ा निर्णय लेंगे। इसके बाद किसान आरपार की लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि 2015 से अब तक 9 वर्षों में किसानों की 10 मांगों पर एचएसआईआईडीसी के अधिकारियों ने कोई संज्ञान नहीं लिया। ऐसे में अब किसानों में भारी रोष है और 26 जून के बाद किसान किसी की नहीं सुनेंगे।
डीसी से मीटिंग में दिल्ली किसान अधिकार मोर्चा के अध्यक्ष सत्येंद्र लोहचब, भारतीय किसान यूनियन के पलवल जिला अध्यक्ष सुशील डागर, नूंह कमेटी के सदस्य हाफिज सिराजुद्दीन, जाहिद हुसैन पूर्व सरपंच मेहरोला, मोहम्मद एसपी, मुबारिक सहित अन्य किसान नेता शामिल हुए। बैठक में 25 लाख मुआवजा व ब्याज और एग्रीमेंट रद्द करने आदि मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा।
1 घंटा चली डीसी से बैठक
करीब 1 घंटे हुई बैठक में डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने किसानों को आश्वस्त किया कि किसानों के मसले को एचएसआईआईडीसी के उच्चाधिकारियों सहित मुख्यमंत्री के समक्ष पहुंचाएंगे। इसके बाद सरकार द्वारा इस मामले पर लिए संज्ञान लेकर जल्द किसानों को बता दिया जाएगा। किसान यूनियन के पदाधिकारी नूंह एसडीएम विशाल से भी मिले।