नूंह हिंसा के आरोपी बिट्टू बजरंगी के भाई की 27 दिन के बाद मौत हो गई, जिनका दिल्ली के एम्स में उनका इलाज हो रहा था। पिछले महीने पेट्रोल छिड़ककर उसे आग लगा दी गई थी। इसके बाद उसे एम्स में भर्ती किया गया था, लेकिन सोमवार को उसने दम तोड़ दिया।
बता दें कि फरीदाबाद में गौ रक्षा बजरंग फोर्स राष्ट्रीय अध्यक्ष बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पर 13-14 दिसंबर की रात हमला हुआ था। बदमाशों ने उससे पूछा कि वह बिट्टू बजरंगी का भाई है। महेश के हां बोलते ही उन्होंने पेट्रोल छिड़ककर उसे आग लगा दी। घटना के बाद फरीदाबाद पुलिस अलर्ट मोड पर है, क्योंकि बिट्टू बजरंगी पहले भी पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगा चुके हैं। उनका कहना है कि पुलिस उनके भाई के मामले में उचित कानूनी कार्रवाई नहीं कर रही है और वह एक युवक को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। मृतक के भाई बिट्टू ने बताया कि रात 1.20 बजे उनका भाई संजय एनक्लेव की पर्वतीय कॉलोनी स्थित घर पहुंचा। उसने गेट खटखटाते हुए अपनी पत्नी नेहा को आवाज लाई। महेश ने कहा कि जल्दी दरवाजा खोले, मुझे किसी ने आग लगा दी है।
60 प्रतिशत झुलसने के बाद पहुंचा घर
वहीं आनन-फानन में पत्नी ने दरवाजा खोला तो महेश बुरी तरह से झुलसी हालत में बाहर खड़ा था। जिसके बाद वह उसे ऑटो में अस्पताल ले गए। बिट्टू बजरंगी ने बताया कि उनकी डबुआ मंडी में सब्जी की दुकान है और महेश रात 1 बजे मंडी में था, तभी युवकों ने उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। घटना में उसकी हालत काफी गंभीर हो गई थी, जिससे वह 60 प्रतिशत झुलसा हुआ था।
बिट्टू बजरंगी पर भी हो सकता है हमला
बिट्टू बजरंगी ने बताया कि उसे अंदाजा था कि उसके भाई पर भी हमला कर उसको कमजोर किया जा सकता है और वही हुआ। उन्होंने कहा कि उस पर भी हमला हो सकता है और इसके बारे में पहले ही पुलिस को बता दिया था। बिट्टू बजरंगी को नूंह हिंसा के मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन फिलहाल वह जमानत पर है।