सोनीपत के नागरिक अस्पताल में पर्यावरण प्रदूषण का असर दिखाई दे रहा है। अस्पताल में सांस, दमे के ज्यादातर मरीज पहुंच रहे है। अस्पताल में 25% मरीज का इजाफा देखने को मिल रहा है। वहीं अस्पताल के पीएमओ द्वारा दावा किया गया है कि दमे और सांस रोगियों के लिए इलाज के लिए सारी व्यवस्थाएं पहले से ही मुकम्मल की हुई है।
सोनीपत के नागरिक अस्पताल में पॉल्यूशन के चलते मरीजों की संख्या में 25% इजाफा हो गया है और ऐसे में नागरिक अस्पताल में लगातार सांस, आंखों और गले के रोगी पहुंच रहे है।
अस्पताल में खांसी और सांस के आ रहे मरीज
प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर ने बताया कि वायु प्रदूषण का प्रभाव अब नागरिक अस्पताल की ओपीडी पर भी पड़ रहा है और जहां मरीजों की संख्या में 25% इजाफा हुआ है। खांसी और सांस के मरीज लगातार ज्यादा संख्या के साथ पहुंच रहे है। वही बढ़ते हुए पॉल्यूशन को लेकर मेडिकल वार्ड में पहले से ही व्यवस्था मजबूत की गई है। अस्पताल में चारों फिजिशियन लगातार अपनी सेवाएं दे रहे है।
दमे और सांस के मरीजों में हो रही बढ़ोतरी
पॉल्यूशन के कारण सांस व दमे के मरीजों में ज्यादा बढ़ोतरी हो रही है और वहीं उन्होंने बताया कि बच्चे और बुजुर्गों पर भी ज्यादा इफेक्ट कर रहा है। वहीं अस्पताल दमे और सांस रोगियों के लिए इलाज के लिए सारी व्यवस्थाएं पहले से ही मुकम्मल की हुई है। एक तरफ जहां मौसम बदल रहा है तो दूसरी तरफ पर पॉल्यूशन का कहर लगातार जारी है और ऐसे में बुखार के साथ-साथ पॉल्यूशन से अफेक्टेड मरीज भी पहुंच रहे है। बुखार के भी अलग से लक्षण दिखाई दे रहे है। वही बच्चे बूढ़े और बड़ों में खांसी के बीज ज्यादा मरीज देखने को मिल रहे हैं। वही सोनीपत में आपदा प्रबंधन के संयोजक तरुण देवदास का कहना है कि शहर के अलग-अलग हिस्सों में छिड़काव भी हो रहा है।