हरियाणा के रोहतक में कांग्रेस के पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया है। उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को ईमेल द्वारा सूचित किया और पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने का ऐलान किया है। जिसमें उनके साथ भाजपा के संगठन मंत्री फणीन्द्र नाथ शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष नायब सिंह सैनी, और पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर भी मौजूद रहेंगे।
पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने बताया कि उनके समर्थक राजीव गांधी स्टेडियम के मुख्य द्वार पर एकत्रित होंगे और फिर वे भाजपा के नए प्रदेश कार्यालय में जाकर शामिल होंगे। कृष्णमूर्ति हुड्डा ने पूर्व मंत्री भजनलाल सरकार के दौरान कई उपाधियों का कार्यभार संभाला था। वे भजनलाल सरकार में 1982 से 1986 तक चेयरमैन रहे थे और फिर 1991 से 1996 तक श्रममंत्री रहे थे। हालांकि 1996 में उन्हें हरियाणा के विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा ने हराया था। लंबे समय से उन्हें कांग्रेस पार्टी में अपमानित महसूस करते देखा जा रहा था। कृष्णमूर्ति हुड्डा का कहना है कि वे किसी अन्य सियासी व्यक्ति के बारे में अभी कुछ नहीं कहेंगे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की आलोचना करते हुए उन्हें भी छोड़ दिया है। वे अब हुड्डा के बारे में कुछ भी कहना नहीं चाहते हैं। साथ ही पूर्व मंत्री सुभाष बतरा से कोई सलाह नहीं मांगी जाएगी।

कृष्णमूर्ति हुड्डा की इस स्थिति में आने का कारण क्या है, यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन उन्होंने कांग्रेस में अपनी जगह से इस्तीफा देने का फैसला किया है। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ मिलकर भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया है। घटना के बाद से उनके समर्थक और विरोधी दोनों पक्षों में चर्चाएं चल रही हैं। कुछ लोग इसे राजनीतिक तकनीक का हिस्सा मान रहे हैं।
