हरियाणा के जिला पलवल में घरेलू कलह के मुकदमे से बाप-बेटी का नाम निकालने के नाम पर 30 हजार रुपये की रिश्वत लेने के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने सदर थाना प्रभारी सहित 3 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मामले में टीम ने दलाल और पुलिस के जांच अधिकारी से 15 हजार रुपये बरामद कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है, जबकि थाना प्रभारी बकाया राशि लेकर फरार हो गया। दोनों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।
एंटी करप्शन ब्यूरो की डीएसपी मीना कुमारी का कहना है कि सोहना निवासी आशीष ने दी शिकायत में कहा कि नवंबर 2023 में उनकी पत्नी ने उनके परिवार के खिलाफ सदर थाना में घरेलू कलह का मुकदमा दर्ज कराया था। मामले में उसके पिता और बहन का नाम भी था। मामले से दोनों को निकालने के लिए 1 लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही थी। नूंह के भादस गांव निवासी वाहिद के जरिए 30 हजार रुपये में सौदा तय हुआ। उसने बताया कि 5 हजार रुपये दलाल वाहिद के, 10 हजार रुपये जांच अधिकारी अनीता के और 15 हजार रुपये सदर थाना प्रभारी जितेंद्र को देने तय हुए थे।
शिकायत के आधार पर डीएसपी मीना कुमारी ने टीम गठित की। श्रम विभाग के सहायक निदेशक विलक्षण सिंह को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। वीरवार देर शाम ड्यूटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में आशीष को 30 हजार रुपये देकर सदर थाना भेजा गया। आशीष ने वहां 30 हजार रुपये दलाल वाहिद को दे दिए।
केस के अनुसार वाहिद ने 5 हजार रुपये अपने पास रखकर 10 हजार रुपये जांच अधिकारी अनीता को दे दिए। जबकि 15 हजार रुपये थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह को दे दिए। आशीष ने जैसे ही टीम को इशारा किया, टीम सदर थाना में पहुंच गई। टीम ने मौके से दलाल और जांच अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि थाना प्रभारी नहीं मिला।
एसीबी की टीम ने मौके से 15 हजार रुपये बरामद कर लिए, जबकि बकाया राशि थाना प्रभारी के पास बताई गई है। एसीबी ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। गिरफ्तार आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है। टीम फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।