यमुनानगर-अंबाला क्षेत्र में हुए जहरीली शराब कांड से 20 लोगों की मौत के बाद मामले में सरकार ने सख्त कदम उठाया है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि उन्होंने शराब की बोतलों की पहुंचने की प्रक्रिया का समीक्षा कर रहे हैं, जो फैक्ट्री से लेकर दुकानों तक है। सोमवार को पंचकूला में हुई रिव्यू मीटिंग में डिप्टी सीएम ने शराब फैक्ट्री से लेकर गोदाम तक बोतलों की ट्रैकिंग करने के निर्देश दिए।
मीटिंग में उन्होंने डिस्टिलरीज और शराब ठेकेदारों पर लगे गए जुर्माने की बकाया राशि को त्वरित वसूल करने के निर्देश दिए। डिप्टी सीएम ने सख्ती से यह भी कहा कि आबकारी विभाग के अधिकारियों को शराब फैक्ट्री से लेकर दुकानों तक की ट्रैकिंग में बार-कोड स्कैनिंग करना चाहिए। डिप्टी सीएम ने पंचकूला आबकारी विभाग की शराब की ट्रैक एंड ट्रेस प्रक्रिया की समीक्षा बैठक का आयोजन किया था और उसमें शामिल अधिकारियों को शराब बोतलों की ट्रैकिंग में सुनिश्चिती बनाए रखने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने आबकारी विभाग के अधिकारियों को राजस्व की चोरी को बर्दाश्त नहीं करने के लिए सख्त निर्देश दिए और शराब निर्माताओं और ठेकेदारों पर लगे गए जुर्माने की राशि को जल्दी से जल्दी वसूलने का आदेश दिया।

पूरे राज्य में लागू की जा सकती है तकनीकें
उन्होंने विभाग प्रधान सचिव, आयुक्त और अन्य सीनियर अधिकारियों को भी डिस्टिलरीज और शराब के निर्माण में नई तकनीकों की जानकारी प्राप्त करने के लिए डीईटीसी से सहारा लेने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सकारात्मक फीडबैक पर आधारित होकर ये तकनीकें पूरे राज्य में लागू की जा सकती हैं।

मीटिंग में ये रहे मौजूद
डिप्टी सीएम ने नियमों की अवहेलना करने वाले कुछ ठेकेदारों के खिलाफ भी कठोर कदम उठाने का आदेश दिया और उन्हें बकाया राशि को त्वरित रूप से जमा करने का निर्देश दिया। मीटिंग में डिप्टी सीएम के साथ विभाग प्रधान सचिव देवेंद्र सिंह कल्याण, आयुक्त अशोक कुमार मीणा, उपमुख्यमंत्री के ओएसडी कमलेश भादू और आबकारी विभाग के कलेक्टर आशुतोष राजन समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।