Cashless treatment for road accident victims in Haryana, DGP held a review meeting

Haryana में सड़क दुर्घटना के घायल व्यक्तियों के लिए कैशलेस इलाज, DGP ने की समीक्षा बैठक

पंचकुला

Haryana के पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए पायलट प्रोजेक्ट “कैशलेस निशुल्क इलाज” को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में संबंधित पुलिस अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए। बैठक में सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के लिए कैशलेस इलाज और हिट एंड रन मामलों में मुआवजे पर चर्चा की गई।

DGP कपूर ने बताया कि यह योजना सड़क दुर्घटना की तिथि से 7 दिनों के भीतर प्रति व्यक्ति डेढ़ लाख रुपए तक का निशुल्क इलाज सुनिश्चित करती है। इस योजना को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा गया है और इसके तहत हरियाणा में 1228 सरकारी व निजी अस्पतालों को अनुबंधित किया गया है। कपूर ने कहा कि पुलिस अधिकारियों को इस योजना के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए ताकि वे घायल व्यक्तियों की तुरंत सहायता कर सकें।

उन्होंने जोर देकर कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के इलाज के लिए पहला घंटा बेहद महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि सही समय पर इलाज से घायल की जान बचाने की संभावना बढ़ जाती है। कपूर ने पुलिस अधिकारियों से अस्पताल प्रबंधन और एंबुलेंस सेवाओं के साथ बेहतर तालमेल बनाने का निर्देश दिया।

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बैठक में उन्होंने सैंट्रल मोटर व्हीकल (11वां संशोधन) नियम, 2020 की धारा 167(8) की पालना को लेकर भी दिशानिर्देश दिए। इस नियम के तहत सड़क दुर्घटनाओं में मृतक और घायल व्यक्तियों को मुआवजा दिया जाता है। हिट एंड रन मामलों पर चर्चा करते हुए कपूर ने कहा कि इन मामलों में मृतकों को ₹200,000 और घायल व्यक्तियों को ₹50,000 मुआवजा दिया जाता है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि इन मामलों में एफआईआर की प्रति तुरंत संबंधित उपायुक्त और डीटीओ को भेजी जाए।

इसके अलावा, DGP ने पुलिस अधिकारियों से लंबित ट्रैफिक चालान को निपटाने के लिए अभियान चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि वे अपने चालान समय पर भरें ताकि उन्हें यात्रा के दौरान असुविधा का सामना न करना पड़े।

DGP कपूर ने इस दौरान यह भी कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 300 मौतें कम हुई हैं और उनका लक्ष्य है कि 2025 में सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में 25 प्रतिशत की और कमी लाई जाए। बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, यातायात एवं राजमार्ग हरदीप दून और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।

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