Haryana : साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए पंचकूला के सेक्टर 6 में स्थित पुलिस(Police) मुख्यालय में बुधवार को डीजीपी शत्रुजीत कपूर(DGP Shatrujit Kapoor) ने एक बैंक अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई। बैठक के दौरान डीजीपी शत्रुजीत कपूर(DGP Shatrujit Kapoor) ने बताया कि हरियाणा पुलिस(Police) ने साइबर अपराध(cyber crime) नियंत्रण को लेकर देशभर में नए उच्च स्तर की सुरक्षा(Security) तंत्र स्थापित की है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस ने इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका अदा की है और देशभर में अपने प्रयासों के कारण पहले स्थान पर पहुंच गई है। बैठक में यह भी चर्चा हुई कि साइबर अपराध को रोकने के लिए किए जाने वाले कार्यक्रमों को और बढ़ावा दिया जाए। इसके परिणामस्वरूप बैंक और हरियाणा पुलिस ने मिलकर बैंक खातों को साइबर फ्रॉड से बचाने के लिए कई उपाय अपनाए। इसके अलावा विभिन्न निजी बैंकों ने भी हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर काम किया है और इसके प्रभाव से साइबर फ्रॉड में संलिप्त बैंक खातों की सुरक्षा में सुधार हुआ है।
बैठक में साइबर अमित दहिया ने साइबर अपराध के लिए उपयोग किए जाने वाले तरीकों पर विस्तार से चर्चा की। डीजीपी ने बैंक अधिकारियों को समझाया कि अगर किसी भी बैंक की लापरवाही की वजह से किसी को अपनी जमा पूंजी को गंवाना पड़ता है तो उस बैंक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने इससे अधिक उपयुक्त कार्रवाई के लिए बैंक के कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की भावना जताई।
बैंक कर्मचारी खोल रहे फर्जी खाते
उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा पुलिस के जांच के अनुसार कुछ बैंक के कर्मचारी साइबर अपराधियों के साथ मिलकर फर्जी बैंक खाते खोल रहे हैं, जिससे लोग अपनी पैसे को खो रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो उन्हें भी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। इसलिए, बैंक के प्रतिनिधियों को अपनी बैंकिंग प्रक्रिया की समीक्षा करने और फर्जी खातों को बंद करवाने की सलाह दी गई।