नूंह हिंसा मामला में नुकसान की भरपाई के लिए बना रहे योजना : सीएम

पंचकुला

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मेवात के नूंह में हुई हिंसा के मामले में हालातों पर लगातार जानकारी ली जा रही है। नूंह हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई करवाई जाएगी। जिसके लिए योजना तैयार की जा रही है। जिन लोगों का नुकसान हुआ है, वह पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करवाएं।

मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नूंह हिंसा मामले में नुकसान की जांच डिप्टी कमिश्नर व एजेंसियों से भी करवाई जाएगी। इसके बाद जितना जल्द हो सकेगा, नुकसान की भरपाई करवाई जाएगी। क्षति पूर्ति पोर्टल का दायरा बढ़ाया गया है। नुकसान की भरपाई क्षति पूर्ति पोर्टल के माध्यम से करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दंगाइयों से नुकसान की वसूली की जाएगी, जो सक्षम होगा, उनसे भरपाई करवाई जाएगी। किसी भी निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी।

18 अगस्त तक देना होगा नुकसान का ब्योरा

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मुख्यमंत्री ने कहा कि पीडि़त लोगों को नुकसान की भरपाई के लिए पोर्टल पर जानकारी देना जरूरी है। व्यक्ति को नुकसान का ब्योरा 18 अगस्त तक देना होगा। हरियाणा निवासी 24 कांवडि़यों की दुर्घटना में मौत हुई है। सरकार की ओर से उनके परिवार को 2 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा।

इस प्रकार मिलेगा मुआवजा

चल संपत्ति के नुकसान पर 80 फीसदी मुआवजा

5 लाख तक के नुकसान पर 4 लाख मुआवजा

अचल संपत्ति पर 25 लाख तक मुआवजा

ग्रामीण इलाकों में मकानों के लिए 10 हजार रुपये

कांवड़ियों की मौत पर 2 लाख रुपये मुआवजा

एचएसवीपी का पिछले 5 साल का बिल माफ

नूंह में हालात नियंत्रण में, आईआरबी की बटालियन में रहेगी तैनाती

नूंह हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि नूंह में हालात नियंत्रण में हैं। अर्धसैनिक बलों की 14 कंपनियां नूंह में तैनात हैं। अब तक हिंसा में 6 लोगों की मौत हो चुकी है। 116 लोगों को गिरफ्तार कर 90 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। आईआरबी की बटालियन में तैनात रहेगी। बटालियन के लिए जगह चिन्हित की जाएगी।

पलवल, गुरुग्राम व फरीदाबाद में बटालियन तैनात

मुख्यमंत्री ने कहा कि पलवल में 3, गुरुग्राम में 2 व फरीदाबाद में भी बटालियन को तैनात किया गया है। उन्होंने लोगों से आह़वान किया कि वह शांति व्यवस्था बनाएं रखें। दो जिले में गौतस्करी की बड़ी समस्या है। एनफोर्समेंट के जरिए गौ रक्षा की जाएगी। विशेष समुदाय के लोग भी गौ रक्षा के लिए सामने आए हैं।

मोनू मानेसर कहां है, इसकी सूचना नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि मोनू मानेसर कहां है, इसकी कोई सूचना नहीं है। मोनू मानेसर का कोई इनपुट हमारे पास नहीं है। हम राजस्थान सरकार को सहयोग के लिए तैयार हैं, पहले भी सहयोग की बात कहीं गई थी। जानकारी मिलने पर राजस्थान पुलिस की मदद की जाएगी। सभी वीडियो व फुटेज की जांच चल रही है। नूंह के पुलिस अधीक्षक घटना से पहले छुट्टी पर थे, इसलिए जांच के बाद ही पूरी जानकारी दी जा सकती है।

सभी बातों का खुलासा करना ठीक नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंसा पर राजनीति करना ठीक नहीं है, इसलिए सभी बातों का खुलासा करना ठीक नहीं है। सभी के सुझाव लेकर काम किया जाएगा। सरकार हर पहलू से मामले की जांच करेगी। डीजीपी व एडीजीपी सहित पुलिस विभाग के उच्चाधिकारी नूंह में तैनात हैं। अभी एसआईटी बनाने की जरूरत नहीं लग रही है। सबसे पहली प्राथमिकता शांति बहाल करना है। सीसीटीवी फुटेज ली जा चुकी हैं, जांच की जा रही है। दोषियों को किसी कीमत पर बक्शा नहीं जाएगा।