Possibility of change in the weather

Haryana के मौसम(weather) में बदलाव की संभावना, Meteorological Department ने दी चेतावनी, 18 अप्रैल से अधिकांश जिलों में छाए रहेंगे बादल(cloud)

पंचकुला

Haryana के मौसम(weather) में 21 अप्रैल तक कुछ बदलाव होने की संभावना है। इसके बारे में मौसम विभाग(Meteorological Department) ने भी चेतावनी जारी की है। जिसके अनुसार 18 अप्रैल से हरियाणा के अधिकांश जिलों में हल्के बादल(cloud) छाए रहने की संभावना है। परंतु पश्चिमी विक्षोभ के कुछ प्रभाव के कारण 18 अप्रैल से 21 अप्रैल के बीच राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में बादल-वाई और गरज चमक के साथ उत्तरी और दक्षिण हरियाणा के कुछ जिलों में हल्की बारिश होने की संभावना है।

बता दें कि पश्चिमी हरियाणा के कुछ स्थानों पर हवाओं के साथ छिटपुट बूंदाबांदी भी हो सकती है, जिससे दिन के तापमान में कुछ कमी आ सकती है, लेकिन रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है। यहां तक कि हवाओं की गति भी 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है। इन जिलों के लिए 2 दिनों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। 18 अप्रैल के लिए अलर्ट जारी किए गए जिले कुरुक्षेत्र और कैथल को शामिल हैं। वहीं दक्षिण और दक्षिण पश्चिम के जिले सिरसा, फतेहाबाद और जींद को भी अलर्ट पर रखा गया है।

Possibility of change in the weather - 2

वहीं चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, करनाल, यमुनानगर जैसे उत्तरी हरियाणा के कुछ जिलों में 19 अप्रैल को मौसम खराब रहने के आसार हैं। रोहतक, सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, चरखी दादरी और भिवानी को भी अलर्ट पर रखा गया है। मौसम खराब होने के बावजूद, हरियाणा में दिन का तापमान स्थिर है।

तापमान में देखी गई है गिरावट

मौसम में बदलाव के कारण दिन के तापमान में कुछ गिरावट देखी गई है, लेकिन अधिकतम तापमान अभी भी उच्च है। करनाल में सबसे अधिक तापमान है। अंबाला और भिवानी में तापमान कम है। रात में भी कोई विशेष बदलाव नहीं हुआ है।हरियाणा में मौसम के बदलने के कारण 8 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। सिरसा में बूंदाबांदी, सोनीपत में मध्यम बारिश, पानीपत में 5 एमएम और अंबाला में भी हल्की बारिश हुई है।

महेंद्रगढ़ में सबसे अधिक बारिश

जींद में भी बूंदाबांदी, रेवाड़ी में 4 एमएम की बारिश हुई है। महेंद्रगढ़ में सबसे अधिक बारिश हुई है, जहां 9 एमएम की बारिश हुई है। किसानों के लिए अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि गेहूं की फसलों को सुखने की समस्या हो रही है। गेहूं की कटाई के लिए अप्रैल 20 के बाद तेजी से काम होगा। किसानों को सूखी हुई फसलों की कटाई करने की सलाह दी जा रही है।

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