लोकसभा चुनाव में सही ग्राउंड रिपोर्ट(Ground Report) न मिलने से नाराज सरकार ने फील्ड में तैनात कर्मचारियों के ट्रांसफर(Transfer) करने शुरू कर दिए हैं। हरियाणा में इस प्रक्रिया की शुरुआत CID विभाग से हो गई है। शुक्रवार देर रात एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस(ADGP) आलोक मित्तल ने फील्ड में तैनात 26 पुलिस कर्मचारियों के ट्रांसफर ऑर्डर जारी कर दिए।
बता दें कि इस बार के लोकसभा चुनाव में हरियाणा में बीजेपी की स्थिति कमजोर रही। राज्य की 10 लोकसभा सीटों में से भाजपा सिर्फ 5 ही सीटें जीत सकी। करनाल, फरीदाबाद और भिवानी-महेंद्रगढ़ में बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन गुरुग्राम और कुरुक्षेत्र में कड़ा मुकाबला देखने को मिला। रोहतक और सिरसा सीटों पर बीजेपी को एकतरफा हार का सामना करना पड़ा। सोनीपत में कांग्रेस के उम्मीदवार सतपाल ब्रह्मचारी ने बीजेपी के विधायक उम्मीदवार को हरा दिया। अंबाला में भी कांग्रेस के विधायक ने बीजेपी की पूर्व सांसद रतन कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया को पराजित किया।
लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद पंचकूला में हुई बीजेपी की समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई कि सरकार को ग्राउंड से सही रिपोर्ट नहीं मिली थी। लोकसभा उम्मीदवारों ने खुफिया विभाग को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि कुछ प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने चुनाव प्रचार के दौरान पक्षपाती होकर काम किया। इसके बाद से ही अंदाजा लगाया जा रहा था कि सरकार इन अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई कर सकती है।
ट्रांसफर किए गए अधिकारियों की सूची
हरियाणा के जिन जिलों में ट्रांसफर ऑर्डर जारी किए गए हैं उनमें रोहतक, हिसार, सीएम सिटी करनाल, भिवानी और पंचकूला शामिल हैं। चंडीगढ़ में कुछ थानों को छोड़कर सभी के प्रभारी बदल दिए गए हैं। प्रशासन ने चंडीगढ़ में 21 इंस्पेक्टरों को इधर से उधर किया है। चंडीगढ़ एसपी मुख्यालय केतन बंसल की ओर से यह आदेश जारी किए गए हैं।
प्रमुख थानों में नए प्रभारी
चंडीगढ़ के 2 प्रमुख थाने 17 और 19 में महिला इंस्पेक्टरों को तैनात किया गया है। सेक्टर 17 में सरिता राय को और सेक्टर 19 में उषा रानी को नियुक्त किया गया है। सेक्टर 19 के प्रभारी जुलदान सिंह को आईटी पार्क पुलिस स्टेशन भेजा गया है। ट्रैफिक इंस्पेक्टर चिरंजी लाल को सेक्टर 39 पुलिस स्टेशन का प्रभारी बनाया गया है।
नए सुरक्षा कानूनों का चार्ज
ट्रैफिक इंस्पेक्टर परमजीत कौर को 3 नए सुरक्षा कानूनों के इंप्लीमेंटेशन का चार्ज दिया गया है। एसएसपी कंवरजीत कौर ने इन कानूनों को 1 जुलाई से लागू करने की सूचना दी थी। अब इन कानूनों की जिम्मेदारी परमजीत कौर के पास है।
अन्य ट्रांसफर
इंस्पेक्टर रोहित कुमार को ट्रैफिक लाइन से हटाकर एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स का प्रभारी बनाया गया है। रोहतास कुमार यादव को ट्रैफिक से साइबर सेल में लगाया गया है। रणजीत सिंह को साइबर सेल से ट्रैफिक में भेज दिया गया है। इस तरह सरकार ने चुनाव में सही जानकारी न मिलने की शिकायतों के बाद प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों के ट्रांसफर का कदम उठाया है।
यह कदम न केवल चुनाव के दौरान हुई खामियों को सुधारने के लिए है, बल्कि भविष्य में ऐसी गलतियों से बचने के लिए भी है। सरकार की इस कार्रवाई से उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी निष्पक्ष और सही तरीके से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे, जिससे चुनावी प्रक्रिया और बेहतर हो सके।