Haryana पुलिसकर्मियों को उनकी निष्ठा, परिश्रम और उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सुशासन दिवस के मौके पर पंचकूला के सेक्टर-3 स्थित स्टेट इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर में सम्मानित किया गया। समारोह में हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने 7 डीजीपी उत्तम सेवा मेडल और हरियाणा 112 के 25 अन्य कर्मियों को उनके अनुकरणीय कार्यों के लिए सम्मानित किया।
इस अवसर पर डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने हरियाणा पुलिस की उपलब्धियों की सराहना करते हुए बताया कि इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल (ईआरवी) का औसत रिस्पांस टाइम अब घटकर 6.52 मिनट हो गया है। इसका मतलब है कि पुलिस टीम सूचना मिलने के मात्र सात मिनट के भीतर मदद के लिए मौके पर पहुंच जाती है। डीजीपी ने हरियाणा 112 की पूरी टीम को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।
समारोह को संबोधित करते हुए डीजीपी कपूर ने कहा कि प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी के लिए उसकी ड्यूटी ही उसका सबसे बड़ा मंदिर है। उन्होंने सभी को अपनी जिम्मेदारियों को निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, हमें गर्व होना चाहिए कि हमें हरियाणा पुलिस में रहकर लोगों की सेवा करने का अवसर मिला है। हमें अपनी जिम्मेदारी पूरी श्रद्धा से निभानी चाहिए।
डीजीपी कपूर ने बताया कि हरियाणा 112 पर तैनात कम्युनिकेशन अधिकारियों को उच्चस्तरीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे उनकी सॉफ्ट स्किल्स में सुधार हो सके। उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को नई तकनीकों और कौशल को अपनाने की सलाह दी। डीजीपी ने कहा, “सीखने की कोई उम्र नहीं होती, लेकिन इसके लिए इच्छाशक्ति मजबूत होनी चाहिए।”
विशिष्ट पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया
समारोह में विशिष्ट पुलिसकर्मियों को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। इनमें इंस्पेक्टर हरिंदर सिंह को वायरलेस संचार के डिजिटलीकरण और बैंडविथ अपग्रेडेशन में योगदान के लिए, इंस्पेक्टर राजेश को सीसीटीएनएस और आईसीजेएस परियोजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए, सब इंस्पेक्टर अशोक कुमार को उच्च न्यायालय और निचली अदालतों में मामलों की रक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए, सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह को साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी में योगदान के लिए, सब इंस्पेक्टर कुलबीर सिंह को ई-चालानिंग, आईटीएमएस और अन्य एप्लिकेशन के क्रियान्वयन के लिए, एएसआई राजेश को 845 गुमशुदा बच्चों को उनके परिवार से मिलाने के लिए, कांस्टेबल रोहित को मुख्य अपराधियों की गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए सम्मानित किया गया।