➤पानीपत के जलमाना गांव में 18 वर्षीय छात्रा अन्नू ने जन्मदिन के 8वें दिन फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
➤सुसाइड से ठीक पहले उसने अपने पिता को चाय बनाकर दी और “अभी आई” कहकर ऊपर चली गई।
➤पिता के अनुसार, वह लंबे समय से बीमारी से जूझ रही थी, इसी कारण मानसिक रूप से परेशान थी।
पानीपत (हरियाणा) – जिले के जलमाना गांव में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 18 वर्षीय छात्रा ने अपने जन्मदिन के आठवें दिन ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका अन्नू हाल ही में बालिग हुई थी और उसने 14 जुलाई को पूरे परिवार के साथ मिलकर अपना 18वां जन्मदिन मनाया था। घटना के बाद पूरे गांव में शोक का माहौल है।
घटना सोमवार शाम की है। छात्रा के पिता सुरेंद्र ने बताया कि वह मजदूरी करते हैं और चार बच्चों के पिता हैं—दो बेटियाँ और दो बेटे। अन्नू सबसे बड़ी थी और 12वीं कक्षा पास करने के बाद कंप्यूटर कोर्स के साथ-साथ आईटीआई में भी दाखिला ले चुकी थी। उन्होंने बताया कि सोमवार को वे अपनी दूसरी बेटी को दिव्यांग प्रमाणपत्र बनवाने के लिए अस्पताल लेकर गए थे और शाम करीब साढ़े 4 बजे घर लौटे।
घर पहुंचने पर अन्नू ने खुद पिता को चाय बनाकर दी और “अभी आई” कहकर ऊपर बने कमरे में चली गई। कुछ देर बाद जब सुरेंद्र ऊपर गए, तो कमरे का दरवाज़ा अधखुला था। संदेह होने पर अंदर गए तो बेटी को पंखे से कपड़े के सहारे लटका हुआ देखा। यह दृश्य देखकर पिता के होश उड़ गए। परिजनों को बुलाया गया और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद छात्रा को मृत घोषित कर दिया।
पिता सुरेंद्र का कहना है कि अन्नू पिछले काफी समय से “वूमेन प्रॉब्लम” यानी स्त्री रोग संबंधित बीमारी से जूझ रही थी, जिसका इलाज भी चल रहा था। बावजूद इसके उसे आराम नहीं मिल रहा था और वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगी थी। उन्हें शक है कि शायद इसी कारण उसने यह आत्मघाती कदम उठाया।
परिवार की आर्थिक स्थिति भी बेहद सामान्य है। पिता दिहाड़ी मजदूर हैं, और दूसरी बेटी शारीरिक रूप से दिव्यांग है। दो छोटे बेटे भी अभी पढ़ाई कर रहे हैं।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और कहा है कि जांच के बाद ही सही कारणों का पता चल सकेगा। पुलिस के अनुसार फिलहाल परिजनों की ओर से किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं लगाया गया है।