पानीपत जिले के गांव सुताना में हुए एक भयानक घटना में एक परिवार के सभी सदस्यों को जिंदा जला देने का मामला सामने आया है। जिसमें आरोपी का चचेरा भाई शामिल है, जिन्होंने गांववालों के सामूहिक धर्मसंस्कृति के खिलाफ कई अपराध किए हैं। इसके पहले भी इस चचेरे भाई पर कई मामलों में आरोप लगा गया था, जिसमें एक पॉक्सो एक्ट का भी शामिल था।
बता दें कि मंगलवार को हुई आगजनी में एक 3 साल के बच्चे की मौत हो गई, जबकि 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसमें से 4 व्यक्ति सिविल अस्पताल में भर्ती हैं और एक का इलाज रोहतक पीजीआई में चल रहा है। आरोपी पहले भी उसी परिवार के साथ कई वारदातों का हिस्सा रहा है और उस पर पहले ही पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज था। यहां तक कि आरोपी ने उस समय नाबालिग लड़की के साथ हुए शारीरिक शोषण के मामले में उसके खिलाफ उदाहरण देने के लिए नाबालिग लड़की को कोर्ट में बयान बदलने का दबाव डाला था। आरोपी जिसे मोनू भी कहा जाता है, उसके चचेरे भाई के रूप में जाना जाता है। करीब 4 साल पहले उसने उसकी बेटी नीतू को गहरी चोट पहुंचाई थी, जिसमें उसके सिर में 21 टांके आए थे। मामले में पुलिस को शिकायत की गई थी, लेकिन सामाजिक दबाव के चलते समझौता हो गया था।

पैसों की मांग कर जान से मारने की दी थी धमकी
बताया जा रहा है कि 2020 में भी आरोपी ने उसके साथ गलत हरकत की थी और उस पर पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। मामला दो साल तक कोर्ट में विचाराधीन रहा। जिसके बाद हाल ही में सामाजिक दबाव के चलते उसने कोर्ट में बयान बदला और जेल से जमानत पर बाहर आया। पिछले कुछ महीनों में भी आरोपी ने उससे 8 लाख रुपए की मांग की और जान से धमकी दी। रणधीर ने बताया कि उसे जेल में रहते हुए 6 लाख रुपए और बाहर आने के बाद 2 लाख रुपए का खर्च हुआ, जिसमें जेल के भीतर 3 लाख रुपए शामिल थे।
आरोपी के डर से जल्द की जाएगी शादी
इसके बावजूद पुलिस ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और उसकी बदतमीजी का सिलसिला जारी रहा। इस दरार के चलते भाई की बेटी की शादी की तारीख नजदीक ही बताई जा रही है। उसकी छोटी बेटी की भी आरोपी डर से बालिग होने पर जल्दी से शादी की जाएगी। घटना में एक बच्चे की मौत हो गई है और परिवार के अन्य सदस्य जख्मी हो गए हैं।

