पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत में मार्गदर्शन में सीआईए वन पुलिस टीम ने गुप्त सूचना पर दबिश देकर एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया। आरोपी के पास घर में अलमारी से 724 ग्राम अफीम बरामद हुई है।
सीआईए वन प्रभारी इंस्पेक्टर दीपक ने बताया कि उनकी टीम शुक्रवार को गश्त व जांच पड़ताल के दौरान गांव कचरौली में प्रताप स्कूल के पास मौजूद थी। टीम को इसी दौरान गुप्त सूचना मिली कि बलजिंद्र निवासी महमूदपुर घर पर मादक पदार्थ बेचने का अवैध धंधा करता है। दबिश दी जाए तो बलजिंद्र को मादक पदार्थ सहित काबू किया जा सकता है। पुलिस टीम ने उक्त जानकारी उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाकर ड्यूटी मेजिस्ट्रेट ईटीओ ध्रुव गोस्वामी को साथ लेकर मौके पर दबिश दी तो घर के बाहर एक युवक खड़ा दिखाई दिया।
युवक पुलिस टीम को आते देखकर एकदम से घर के अंदर प्रवेश करने लगा। पुलिस टीम ने युवक को काबू कर पूछताछ की तो उसने अपनी पहचान बलजिंद्र पुत्र पूर्ण सिंह निवासी महमूदपुर के रूप में बताई। पुलिस टीम ने बलजिंद्र को नोटिस देकर ड्यूटी मेजिस्ट्रेट की उपस्थिति में उसकी व घर की तलाशी ली तो कमरे में बनी अलमारी में रखे डिब्बे से भारी मात्रा में अफीम बरामद हुई। बरामद अफीम का वजन करने पर 724 ग्राम पाया गया। बरामद अफीम की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करीब 1.50 लाख रूपए कीमत है।
10 दिन पहले यूपी से खरीदकर लाया था अफीम
इंस्पेक्टर दीपक ने बताया कि पूछताछ में आरोपी नशा तस्कर बलजिंद्र ने बताया कि वह नशा करने का आदि है। अपनी नशे की लत पूरी करने व शार्टकट तरिके से मोटे पैसे कमाने के लिए वह करीब 10 दिन पहले यूपी के बरैली से 1 किलो अफीम खरीदकर लाया था। जिसमें से कुछ अफीम उसने खुद नशा करने में प्रयोग कर ली व थोड़ी बहोत बेच दी। बची 724 ग्राम अफीम उसने बेचने के लिए घर में अलमारी में छुपाकर रखी थी।
2020 में भी नशा तस्करी मामले में पकड़ा गया था आरोपी
पुलिस ने बरामद अफीम को कब्जा पुलिस में लेकर आरोपी के खिलाफ थाना सदर में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर शनिवार को आरोपी बलजिंद्र को न्यायायल में पेश किया, जहां से उसे 5 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी से पूछताछ करने के साथ ही नशा तस्कर के ठिकानों का पता लगा पकड़ने का प्रयास करेंगी। इंस्पेक्टर दीपक ने बताया कि आरोपी बलजिंद्र इससे पहले दिसम्बर 2020 में भी नशा तस्करी के एक मामले में पकड़ा गया था। आरोपी के खिलाफ थाना सदर में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है। आरोपी उक्त मामले में न्यायालय से जमानत पर जेल से बाहर आया हुआ है।