हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड़्डा ने पानीपत में कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा को पुलिस की कस्टडी से छुड़ाकर ले गए हैं। नीरज शर्मा को पुलिस ने पीडब्लयूडी रेस्ट हाउस में डिटेन कर लिया था, जहां से उन्हें बचाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहुंचे। यह संघर्ष गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय के निमंत्रण पर कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान हुआ था।
पीडब्लयूडी रेस्ट हाउस में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पुलिस कर्मचारियों से पूछा कि क्या वे विधायक को रोक सकते हैं, और इसके बाद हुड्डा नीरज शर्मा का हाथ पकड़कर बाहर लाए और अपनी गाड़ी में बैठाया। घटना के बाद डीएसपी नरेंद्र कादियान ने एसपी अजीत सिंह शेखावत की बात हुड्डा से कराई। हुड्डा ने कहा कि गेट पर चेकिंग के दौरान नीरज को रोका जा सकता था, लेकिन उसे बीच रास्ते से डिटेन करना गलत है। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल करते हुए उन्हें अपने साथ ले गए। नीरज शर्मा ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसका कत्ल करवाया जा सकता था और उसका फोन भी छीन लिया गया था।

निमंत्रण पर कार्यक्रम में होने आए थे शामिल
बता दें कि गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय के निमंत्रण पर झंडा फहराने का कार्यक्रम था। जिसमें सभी नेताओं को बुलाया गया था। इसके बाद विधायक नीरज शर्मा ने अपने कपड़ों पर फरीदाबाद एनआईटी विधानसभा की मांगों को छपवाया था और इसी कपड़े को पहनकर गवर्नर के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। पुलिस ने उन्हें पीडब्लयूडी रेस्ट हाउस में डिटेन करने की कोशिश की, लेकिन हुड्डा ने उन्हें बचाया।

गवर्नर के सामने रखी मांगे, दिखाए चित्र
इसके पहले भी सुबह फरीदाबाद में विधायक नीरज शर्मा को पुलिस कर्मचारियों ने रोका था, जब वह गणतंत्र दिवस समारोह में जा रहे थे। घटना के बाद विवाद बढ़ा और पुलिस ने उन्हें कार्यक्रम में नहीं जाने दिया। विधानसभा क्षेत्र की 86 जन समस्याओं के निराकरण के लिए धनराशि रिलीज न होने को लेकर घटना घटित हुई। जिसके चलते नीरज शर्मा ने चंडीगढ़ में अपने कपड़े उतारकर कफन बांध लिया था। साथ ही उन्होंने गवर्नर के सामने अपनी मांगें रखी और चित्रित किए गए चित्र में उन्होंने विधानसभा के मुख्य समस्याओं की ओर दिखाया।