धोखाधड़ी से इंश्योरेंस पॉलिसी के पैसे हड़पने वाले एजेंट सहित तीन आरोपी गिरफ्तार

पानीपत

पानीपत, थाना साइबर क्राइम पुलिस ने धोखाधड़ी से जीवन बीमा पॉलिसी के पैसे हड़पने की वारदात को अंजाम देने वाले एजेंट सहित तीन आरोपियों को पानीपत बस स्टेंड के सामने से गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान कप्तान पुत्र आजाद निवासी डिडवाडी हाल दत्ता कॉलोनी, पहल सिंह पुत्र इंद्र सिंह निवासी बैनीपुर शामली, कुलदीप पुत्र बृजपाल निवासी खेड़ा कुरतान शामली यूपी हाल एल्डिको के रूप में हुई।

थाना साइबर क्राइम प्रभारी इंस्पेक्टर अंकित ने बताया कि थाना साइबर क्राइम में आनंद पुत्र नाथी राम निवासी लखनौती सहारनपुर यूपी ने शिकायत देकर बताया था कि उसके भाई प्रवीन ने आईसीआईसीआई बैंक में एजेंट कप्तान पुत्र आजाद सिंह के माध्यम से जीवन बीमा पॉलिसी करवाई हुई थी। पॉलिसी में वह नामिनी था। भाई प्रवीन की मौत के बाद भांजे पहल सिह से एजेंट कप्तान ने कहा वह पॉलिसी के पैसे निकलवा देगा।

कप्तान ने पॉलिसी निकलवाने के बहाने उनसे जितनी बार भी ओटीपी मांगे उन्होंने दे दिए। उनकों ना कभी बैंक में बुलाया और ना ही कभी एटीएम कार्ड व चैक बुक दी। कप्तान ने यह भी नही बताया की किस बैंक में पैसे आएगे। बाद में उसको पता चला कि आरोपी कप्तान ने पसीना खुर्द गांव में स्थित यश बैंक में उसका फर्जी खाता खुलवाकर पॉलिसी के पैसे डलवा लिए और उससे झूठ बोलकर ओटीपी लेकर व फर्जी साइन कर 5 अप्रैल को अपने किसी जानकार के खाते में सारे पैसे ट्रांसफर कर लिए। शिकायत पर थाना साइबर क्राइम में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे।

इंस्पेक्टर अंकित ने बताया कि गिरफ्तार तीनों आरोपियों ने पूछताछ में इंश्योरेंस पॉलिसी के पैसे धोखाधड़ी से हड़पने की उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। पूछताछ में आरोपियों से खुलासा हुआ तीनों आरोपियों ने प्रवीन की मौत के बाद योजना बनाइ कि उसकी जीवन बीमा पॉलिसी के पैसे किसी दूसरे खाते में लेकर कुछ पैसे नामिनी आनंद को दे देंगे और बाकी पैसों को तीन बराबर हिस्सों में बाट लेगे।

आरोपियों ने नामिनी आनंद का फर्जी खाता ऑनलाइन गांव पसीना खुर्द में यश बैंक की शाखा में खुलवा दिया। खाता खुलवाने की डिटेल में फोन नंबर आरोपी पहल सिंह का दिया था। बैंक से मिली किट आरोपी कप्तान ने अपने पास रख ली थी। फर्जी खाते में पॉलिसी के पैसे आने के बाद पैसों के बटवारे को लेकर आरोपी कप्तान का दोनों साथी आरोपियों के साथ विवाद हो गया तो उसने बेगराज पुत्र मुनीम निवासी बसंत विहार करनाल के नाम से ऑनलाइन एक फर्जी खाता पसीना खुर्द यश बैंक की ब्रांच में खुलवा दिया।

आरोपी कप्तान ने 5 अप्रैल को पसीना खुर्द बैंक में जाकर नामिनी आनंद के खुलवाए फर्जी खाते से चैक के माध्यम से 18.50 लाख रूपए बेगराज के फर्जी खाते में ट्रांसफर कर 75 हजार रूपए एटीएम से निकाल लिये व 50 हजार रूपए अपने भाई के खाते में डलवाकर निकाल लिए। आरोपी ने उक्त रूपयों में से 25 हजार रूपए, आनंद की पासबुक साथी आरोपी पहल को दी थी।

इंस्पेक्टर अंकित ने बताया कि आरोपी कप्तान व पहल सिंह ने कुछ पैसे खाने पीने में खर्च कर दिए। आरोपियों के कब्जे से बचे 44500 रूपए, एटीएम कार्ड व पासबुक बरामद कर दो दिन की रिमांड अवधी पूरी होनें पर तीनों आरोपियों को सोमवार को माननीय न्यायालय में पेश किया जहा से उन्हे न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया।