Panipat थाना सनौली पुलिस ने अधमी गांव निवासी युवक से प्लाट बेचने के नाम पर 29 Lakh रूपये की धोखाधड़ी(Fraud) करने मामले में शुक्रवार देर शाम गिरोह(Gang) के एक आरोपी को मनमोहन नगर से गिरफ्तार(Arrest) किया। आरोपी की पहचान रिजवान निवासी नवादा पार के रूप में हुई।
थाना सनौली प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने अपने भाई तनवीर व मामले में नामजद अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। गहनता से पूछताछ करने व वारदात में शामिल फरार आरोपियों के ठीकानों का पता लगा काबू करने व ठगी गई नगदी बरामद करने के लिए पुलिस ने शनिवार को आरोपी को माननीय न्यायायल में पेश किया जहा से उसे 5 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया। इंस्पेक्टर संदीप ने बताया कि थाना सनौली में अधमी गांव निवासी रोहताश पुत्र माईचंद ने शिकायत देकर बताया था कि अधमी गांव निवासी दाउद अली पुत्र मुलकी ने उससे सरपंची के चुनाव के दौरान 4लाख रूपये उधार लेकर अपने जानकार तनवीर पुत्र नवाब निवासी नवादा पार को दिए थे।
चुनाव के बाद दाउद अली से अपने पैसे वापिस मांगे तो वह मजबूरी गिनवाने लगा। कुछ दिन बाद दाउद अली उनके घर पर आया और कहने लगा तनवीर का पानीपत मनमोहन नगर में 150 वर्ग गज का प्लाट है, प्लाट उसको दिलवा देगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी वह लेगा। उसको देखने के बाद प्लाट पसंद आ गया और घर पर बात कर अपनी भाभी से 5 लाख रूपये लेकर दाउद अली को दे दिये। इसके बाद रजिस्टरी की तारिख 6 जून 2023 तय कर दाउद अली के भाई परवेज ने अपने चैंबर से प्लाट के ब्याना के कागजात तैयार कर उसको दिए।
रजिस्टरी करवाने नहीं आए दाउद तनवीर
रजिस्टरी के दिन वह तहसील में गया। दाउद व तनवीर रजिस्टरी करवाने के लिए नही आए। वह पूरा दिन दोनों का इंतजार करने के बाद तहसील में हाजिरी लगाकर शाम को घर आ गया। बाद में दाउद अली से बात की तो उसने कहा तनवीर बाहर गया है, उसके आते ही रजिस्टरी करवा देंगे। कुछ दिन बाद दाउद अली अपने भाई परवेज के साथ उनके घर पर आकर कहने लगा की तनवीर आ गया है और प्लाट की प्रोपर्टी आईडी बनवानी है। प्लाट पर करीब 18 लाख रूपये का बैंक लोन है। बैंक से एनओसी निकवाने की बात कह उससे 20 लाख रूपये मांगे।
पैसे लेकर रजिस्टरी की तारिख की तय
उसने प्लाट की रजिस्टरी अपनी भाभी के नाम करवाने की बात कही। उसने व भाभी ने चैक से पेमेंट देने की बात कही तो दाउद अली ने मना कर दिया। 4 अगस्त 2023 को वह सतपाल पुत्र जिले सिंह के साथ दाउद अली को उसके घर 18 लाख रूपये नगद व 2 लाख रूपये का चैक दिया। वहा पर दाउद का भाई परवेज, पिता मुलकी व तनवीर मौजूद थे। उसने पैसे देने की फोन में गुप्त तरिके वीडियो बना ली। कागजात पर क्रेता, विक्रेता व गवाहों के हस्ताक्षर भी हुए। पैसे लेकर रजिस्टरी की तारिख 6 सितम्बर 2023 तय की।
भाई ने बताया पलाट अपने नाम
कुछ दिन बाद उसको पता चला की तनवीर व रिजवान ने उक्त प्लाट का किसी और से ब्याना ले लिया है। उसने दाउद अली, परवेज व उनके पिता मुलकी से बात की तो उन्होंने तय समय पर उसकी रजिस्टरी करवा देने की बात कही। दाउद 6 सितम्बर को उसको अपने साथ तहसील में ले गया। तनवीर तहसील में रजिस्टरी करवाने के लिए नही आया। पूरा दिन इंतजार करने के बाद वह फिर से हाजिरी लगाकर घर आ गया। कुछ दिन बाद दाउद उसको अपने साथ गांव नवादा पार में तनवीर के घर ले गया। घर पर तनवीर का भाई रिजवान मिला। वह कहने लगा प्लाट उसके नाम है, तनवीर प्लाट को नही बेच सकता।
एंग्रीमेंट फर्जी बताते हुए नहीं दिया कोई इकरार नामा
रिजवान को उसने फुल पेमेंट एग्रीमेंट दिखाया। रिजवान ने एग्रीमेंट को फर्जी बताते हुए कहा उसने कोई इकरार नामा नही दिया है। इकरार नामा बारे बात की तो दाउद अली कहने लगा यह गलत पाया तो वह अपना आधा किला जमीन उसके नाम करवा देगा। दाउस अली ने उससे 15 दिन का समय मांगा। उसने इसकी वीडियों बना ली। बाद में उसको ना पैसे वापिस दिए और ना ही प्लाट की रजिस्टरी करवाई। आरोपियों ने मिली भगत कर प्लाट बेचने के नाम पर धोखाधड़ी कर उससे 29 लाख रूपये ठग लिए। रोहताश की शिकायत पर नामजद आरोपी दाउद अली, परवेज व मुलकी निवासी अधमी व तनवीर व रिजवान निवासी नवादा पार के खिलाफ थाना सनौली में अभियोग दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी।