(समालखा से अशोक शर्मा की रिपोर्ट) हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी जय कुंवार जांगड़ा उर्फ Bittu पहलवान ने अपने पिता स्व. कर्ण सिंह जांगड़ा की स्मृति में स्थानीय चांद गार्डन में कुश्ती दंगल का आयोजन किया। मुख्य अतिथि भीम सिंह बैनीवाल और सोनीपत के युदवीर अखाड़े के पहलवान देवी सिंह ने पहलवानों का हाथ मिलवाकर दंगल की शुरुआत की।
शानदार प्रदर्शन
इस दंगल में महिला पहलवानों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और शानदार प्रदर्शन किया। प्रमुख मुकाबलों में पहलवान अंजलि ने राखी को, दिशा ने मिरल को, गरिमा ने नैंसी को, और खुशी ने वंशिका को मात दी। इसके अलावा, पहलवान जानवी, सविता, माही, भाविका, और प्रतिभा ने भी अपने-अपने मुकाबले जीते। कार्यक्रम में उपस्थित हजारों दर्शकों ने पहलवानों के दांवपेंच का तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उत्साहवर्धन किया।
कुश्ती से होता है बहुमुखी विकास
इस अवसर पर जयकुंवार उर्फ बिट्टू पहलवान ने कहा कि कुश्ती न केवल शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी पहलवानों को सशक्त बनाती है। यह दंगल महिला पहलवानों के लिए सीखने और भारतीय संस्कृति की विलुप्त होती परंपरा को पुनः स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को यदि उचित मंच मिले तो वे देश और प्रदेश स्तर पर अपनी पहचान बना सकती हैं।
अतिथियों की उपस्थिति
इस मौके पर भीम सिंह बेनीवाल, संदीप बेनीवाल, आजाद बेनीवाल, संदीप पहलवान, कृष्ण बेनीवाल, संदीप राणा, कृपाल सिंह, रामकरण जांगड़ा, रोहित सहरावत, और कृष्ण पहलवान सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।