Panipat के सिविल अस्पताल में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसमें दो महिलाओं के बीच मृतक सुरेश कुमार आजाद की डेड बॉडी को लेकर विवाद पैदा हो गया है। यह मामला अब पानीपत के एसडीएम कोर्ट में चल रहा है, लेकिन आज इसका फैसला नहीं हो पाया। अब इस मामले में फैसला सोमवार को आने की संभावना जताई जा रही है।
सुरेश कुमार आजाद, जो फ्रीडम फाइटर मनोहर लाल आजाद के बेटे थे, अपनी पत्नी सुशीला को छोड़कर पिछले कुछ समय से करनाल से पानीपत में अपने समधन के पास रह रहे थे। समधन पक्ष का कहना है कि सुरेश पिछले 25 वर्षों से तहसील कैंप में उनके पास रह रहे थे और उनका तलाक पांच साल पहले हो चुका था, इसलिए उनका दावा है कि वे मृतक का अंतिम संस्कार कर सकते हैं।
वहीं, मृतक की पत्नी सुशीला का कहना है कि भले ही उनका तलाक हो चुका था, लेकिन उनके बीच फोन पर बातचीत होती थी और उनके बच्चों का अभी भी अपने पिता पर अधिकार है। इसी आधार पर सुशीला ने भी शव का अंतिम संस्कार करने का अधिकार जताया है।
यह मामला अब एसडीएम कोर्ट में चल रहा है, जहां दोनों पक्ष अपने-अपने दावे पेश कर रहे हैं। अब सबकी नजरें सोमवार को आने वाले फैसले पर हैं।