Panipat जिले के सभी हुडा सैक्टरों के संयोजक बलजीत सिंह(Sector convenor Baljeet Singh) ने सैक्टर 7 में सभी सैक्टरों की वैलफेयर एसोसिएशनों(Welfare Associations meeting) को बुलाया और सरकार के आनन-फानन में लिए गए फैसले से अवगत कराया। बलजीत सिंह ने बताया कि 2 जुलाई 2024 को कुछ बड़े लोगों व बिल्डरों के दबाव में(under pressure from builders) आकर पैसा जुटाने के लिए प्रदेश से हुडा निवासियों की अनदेखी करके सैक्टरों में 4 मंजिला भवन(4-Storey Building) बनाने के लिए बिल्डरों को मंजूरी दे दी गई। जिससे सैक्टरवासियों का जीवन रहन-सहन नरक में बदल जाएगा।
प्रदेश सरकार ने प्रदेश की 268 आरडब्लयूए की सरेआम अनदेखी करके अपनी मोहर लगाकर सहमति दे दी। इस प्रकार सरकार की कार्रवाई की सभी पदाधिकारियों ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए लिखित में इस फैसले का विरोध जताया। मीटिंग का संचालन प्रदेश कोन्फीडरेशन के सदस्य एस.के. त्यागी ने किया। जिला संयोजन ने मीटिंग में बोलते हुए बताया कि 21 फरवरी 2023 को खट्टर सरकार ने पूरे हरियाणा में विरोध को देखते हुए 4 मंजिला बनाने का आदेश वापिस ले लिया था। इस दौरान में कई शहरों में बिल्डरों ने 4-4 मंजिला भवनों का निर्माण भी कर लिया था और पिछले महीने वर्तमान सरकार ने ये आदेश भी दिया था कि जिसने 4 मंजिला भवन बनाए है, उनको गिराया जाएगा।
बिल्डरों में हड़कंप मच गया, फिर बडे-बडे बिल्डरो का दबाव प्रदेश सरकार पर आया और 4 मंजिला भवन गिराने का आदेश वापिस ले लिया गया। साथ ही कहा कि उनसे अलग से फीस पैसा लिया जाएगा और परमिशन फिर दे दी जाएगी। इस पर चुटकी लेते हुए संयोजक ने कहा कि इतनी जल्दी तो गांव की पंचायत भी नहीं बदलती। सरकार गिरगिट की तरह रंग बदल रही हैं। जो सरकार की नीयत व कार्यशैली का स्पष्ट प्रमाण हैं, जो सबकुछ गुपचुप तरीके से किया जा रहा हैं।
आंखों में धूल, नौटंकी शर्त
बलजीत ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस पॉलिसी से प्रदेश के सैक्टरवासियों को सरकार ने नरकीय जीवन जीने के लिए विवश कर दिया हैं। इतना ही नहीं और जो ये शर्त लगाई गई हैं कि पड़ोसी मकान मालिक अगर सहमति नहीं देता तो साईड में 5 फुट जगह छोड़कर बिल्डर 4 मंजिला का निर्माण कर सकता हैं। सरकार का ये जुमला एवं शर्त सैक्टरवासियों की आंखों में धूल झोंकने का काम किया है, यानि नौटंकी शर्त हैं।
4 मंजिला के हिसाब से सैक्टरों में नहीं इन्फ्रास्ट्रचर
एस.के. त्यागी, बलजीत सिंह, धमेंद्र अहलावत व सत्यपाल सिंह ने बताया कि सरकार ने सैक्टरवासियों के साथ गुपचुप तरीके से बात न करके इसको धोखा एवं विश्वासघात किया है, क्योंकि 4 मंजिला भवनों के हिसाब से सैक्टरों में इन्फ्रास्ट्रचर नहीं है। अभी भी सीवर जाम रहते है, तो उसके बाद क्या हाल होगा। 4 मंजिला भवन बनने से पानी पूरा नहीं होगा, बिजली पूरी नहीं मिलेगी, सीवर लाईने ठप्प हो जाएगी। धूप व हवा का आगमन साथ के मकान का रूक जाएगा। गाड़ियो की पार्किंग नहीं मिलेगी, वातावरण खराब होगा और रोज आपस में झगड़े होंगे।
पॉलिसी का विरोध करेंगे सभी सैक्टरवासी
उन्होंने बताया कि बिल्डर इन 4 मंजिलों में स्कूल, पीजी, क्लीनिक, किराये पर देंगे और ऑफिस भी खोलेंगे। जिससे सैक्टरों की हर तरह की व्यवस्था डगमगा जाएगी और समस्याओं का अंबार लग जाएगा। सभी प्रधानों ने पॉलिसी का जमकर विरोध करने का फैसला लिया। सभी आरडब्लयूए ने प्रदेश सरकार को आगाह किया कि इस फैसले को तुरंत वापिस ले, क्योंकि सैक्टरों में भी इंसान रह रहे हैं। सरकार के इस निर्णय के खिलाफ प्रदेश कोन्फीडरेशन प्रदेश स्तर पर आंदोलन की तैयारी युद्ध स्तर पर कर रही है, ताकि सरकार के फैसले का विरोध प्रदेश स्तर पर किया जा सके।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर धमेंद्र अहलावत, रामपत नैन, सुभाष चंद, सत्यपाल सिंह, रामप्रसाद, एस.के. त्यागी, सबल सिंह, प्रेम सिंह, बलजीत सिंह, महाबीर सिंह, जयपाल रोहिल्ला, बलवान सिंह, अमरीक सिंह, श्रीराम खर्ब आदि सहित अनेक सैक्टरवासी मौजूद रहें।