Panipat में एक बच्ची को वीडियो गेम खेलने के बहाने आरोपी ने अपने घर बुलाया, जहां उसने उसके साथ शारीरिक छेड़छाड़ की। किसी तरह बच्ची वहां से भाग निकली और घर पहुंचकर तुरंत अपनी दादी को घटना की जानकारी दी। इसके बाद बच्ची और उसके परिवार ने किला थाने में जाकर पुलिस से शिकायत की।
पुलिस ने बच्ची के पिता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ Pocso एक्ट और 65(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि, घटना के चार दिन बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है, जिससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
आरोपी का पिता भी था विवादों में, न्यूज़ीलैंड भागा
आरोपी की पहचान गुरविंदर के बेटे के रूप में हुई है, जो एक धार्मिक स्थल का बाबा है। जांच में सामने आया कि आरोपी का पिता गुरविंदर फिलहाल न्यूजीलैंड में है और उस पर भी महिला विरोधी अपराध के आरोप लगे थे। जब इन आरोपों का मामला आस-पास के इलाकों में सामने आया था, तो पंचायती तरीके से निपटारा होने के बाद वह देश छोड़कर न्यूजीलैंड चला गया। अब उसका बेटा भी इसी प्रकार के आरोपों का सामना कर रहा है।
राजनीतिक और धार्मिक दबाव का सामना कर रहे हैं परिवार वाले
मामले में यह भी सामने आया है कि आरोपी के परिवार वालों पर राजनीतिक दलों, धार्मिक संगठनों और स्थानीय लोगों ने समझौते के लिए दबाव डाला है। कुछ सूत्रों के अनुसार, परिवार को आर्थिक सहायता का प्रलोभन भी दिया जा रहा है।
पुलिस की ढिलाई पर उठे सवाल
इस मुद्दे पर नारी तू नारायणी उत्थान समिति की अध्यक्ष सविता आर्या ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पुलिस की ढिलाई से अपराध और अपराधी को बढ़ावा मिलेगा। सविता ने यह भी कहा कि अगर परिवार पर दबाव डाला जा रहा है, तो यह गलत है और कानून सबके लिए बराबर होना चाहिए।
किला थाना प्रभारी की प्रतिक्रिया
किला थाना प्रभारी SI सुरेश कुमार ने कहा कि बच्ची के बयान दर्ज किए जा चुके हैं और उसकी काउंसलिंग भी की जाएगी। बयानों की कॉपी मिलने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।