थाना इसराना पुलिस ने गांव लोहारी निवासी नरेश 42 की हत्या का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को काबू करने में कामयाबी हासिल की। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने रंजिश के चलते साजिश रचकर शराब पिलाने के बाद कालखा भंडारी रोड पर गन्ने के खेत में ले जाकर शर्ट से गला दबाकर नरेश की हत्या करने बारे स्वीकारा।
थाना इसराना प्रभारी इंस्पेक्टर बलराज ने बताया कि थाना में गांव लोहारी निवासी सुरेश पुत्र रामरत्न ने शिकायत देकर बताया था कि उसका छोटा भाई नरेश 13 अगस्त की दोपहर 12 बजे से लापता है। जिसकी उन्होंने अपने स्तर पर विभिन्न जगह तलाश की, लेकिन उसका कही कोई पता नही चला। शिकायत पर थाना इसराना में गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने तलाश शुरू कर दी थी।
कालखा भंडारी रोड पर गन्ने के खेत में मिला था शव
इंस्पेक्टर बलराज ने बताया कि थाना इसराना पुलिस गुमशुदा नरेश की तलाश के लिए भरसक प्रयासरत थी। पुलिस टीम को 16 अगस्त को कालखा भंडारी रोड पर गन्ने के खेत में एक युवक का शव पड़ा होने बारे सूचना मिली। पुलिस टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर एफएसएल टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्रित करवाए। शव का एक हाथ व पैर कुत्तों ने खा लिया था। मृतक की जेब से मिले अधार कार्ड से शव की पहचान गुमशुदा नरेश निवासी लोहारी के रूप में हुई थी। शव का पीजीआई खानपुर में बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के हवाले करने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम रिर्पोट के आधार पर दर्ज मुकदमें में आईपीसी की धारा 302,201,34 इजाद कर आरोपियों की तलाश शुरू कर थी।
पुलिस टीम ने पुलिस अधीक्षक अजीत सिंह शेखावत के मागदर्शन में गहनता से छानबीन कर वारदात का पर्दाफाश करते हुए मृतक के छोटे भाई मुकेश व गांव भंडारी निवासी मनीष को शनिवार देर शाम ब्रहामण माजरा से भाउपुर रोड से गिरफ्तार कर पूछताछ की तो दोनों आरोपियों ने मिलकर नरेश की हत्या करने बारे स्वीकारा।
आरोपियो ने रंजिश रखते हुए योजना बनाकर दिया वारदात को अंजाम
इंस्पेक्टर बलराज ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ 12 अगस्त की देर शाम आरोपी मुकेश घर पर गया तो नरेश व मनीष शराब पी रहे थे। वह भी उनके साथ बैठकर शराब पीने लगा। शराब पीते समय आरोपी मुकेश ने भाई नरेश के चरित्र बारे मनीष को बताया। आरोपी मनीष नरेश को समझाने लगा तो नरेश ने उसकी आख पर घूस्सा मारा। बाद में दोनों की सुलह हो गई। नरेश व आरोपी मनीष वही पर सो गए व मुकेश अपने घर जाकर सो गया।
अगले दिन बाद दोपहर आरोपी मनीष अपने गांव चला गया। आरोपी मुकेश ने अपने भाई नरेश से रंजिश रखते हुए उसको मारने की योजना बनाई और मनीष के पास उसके गांव में पहुंचा। मनीष गांव में खेत में कोठड़े पर बैठकर शराब पी रहा था। जहां पर दोनों आरोपियों ने मिलकर नरेश को मारने की योजना बनाई और दोनों एक बाइक से गांव कालखा में पहुंचे। जहा शराब ठेके पर नरेश एक युवक के साथ बैठकर शराब पी रहा था। दोनों आरोपी छुपकर नरेश का वहा से निकलने का इंतजार करने लगे। देर रात करीब 9 बजे नरेश बाइक पर साथी को बैठाकर शराब ठेके से चला तो रास्ते में बाइक का तेल खत्म हो गया।
शव को छोड़कर फरार हो गए थे आरोपी
बाइक पर पीछे बैठे युवक ने नरेश की बाइक को गांव कालखा में अपने मालिक के घर खड़ा करवा दिया। नरेश पैदल गांव की तरफ जाने लगा तो आरोपी मुकेश व मनीष उससे मिले। दोनों ने नरेश को और शराब पिला दी। शराब पिलाकर दोनों आरोपी बाइक से नरेश को भंडारी रोड पर गन्ने के खेत में ले गए। जहा पर मारपीट कर दोनों आरोपियों ने नरेश की शर्ट निकाली और उससे गला दबाकर नरेश की हत्या कर शव को वही छोड़कर फरार हो गए थे। किसी को उन दोनों पर शक ना हो इसलिए दोनों आरोपी बाद में उस युवक से नरेश की बाइल भी ले आए थे।
इंस्पेक्टर बलराज ने बताया कि वारदात में प्रयुक्त बाइक बरामद करने व गहनता से पूछताछ करने के लिए पुलिस टीम ने शनिवार को दोनों आरेापियों को माननीय न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें 5 दिन के पुलिस रिमांड पर हासिल किया।