Panipat : हम अपने विद्यार्थियों को बेहतर जीवन जीने का तरीका सिखाते है। ये शब्द डीएवी(DAV) कॉलेज मैनेजिंग कमेटी प्रधान एवं आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा प्रमुख डॉ. पूनम सूरी ने महात्मा हंसराज(Mahatma Hansraj) के जन्मदिवस पर आयोजित समर्पण दिवस के अवसर पर उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए अपने अध्यक्षीय भाषण में कहें। कार्यक्रम में विद्यार्थियों(Student) द्वारा भी अपनी प्रस्तुति दी गई।
उन्होंने कहा कि देशभर में फैले डीएवी शिक्षण संस्थान अपने विद्यार्थियों को नैतिक दृष्टि से सुदृढ़ बनाने के काम में संलग्न है। देश और दुनिया का कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है, जिसमें हमारे विद्यार्थी अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कर रहे हो। हमारा 138 साल का उपलब्धियों से भरपूर गौरवशाली इतिहास है। देश की आजादी की लड़ाई हो, खेलकूद का मैदान हो या प्रयोगशालाएं, आकाश की उंचाई हो या समुंद्र की गहराई हमारे विद्यार्थी अपने हुनर के कारण सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि समर्पण दिवस का आयोजन हम उन मूल्यों के प्रति स्वयं को पुनः समर्पित करने के लिए करते है, जो महात्मा हंसराज और उनके साथियों ने तय किए थे। आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा और डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी प्रति वर्ष देश के विभिन्न भागों में महात्मा हंसराज की पावन जयंती को समर्पण दिवस के रूप में मनाती है।
महात्मा हंसराज की 161वीं पावन जयंती का आयोजन डीएवी पब्लिक स्कूल थर्मल कालोनी पानीपत के विशाल और हरे भरे परिसर में आयोजित किया गया। इस आयोजन में डीएवी संस्थाओं से जुड़े विद्यार्थी, शिक्षक, प्रिंसिपल एवं अभिभावक हजारों की संख्या में उपस्थित रहे। इस अवसर पर शिक्षा एवं सामाजिक विकास के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान देने वाले डीएवी संस्थाओं के तीन प्रिंसिपलों को महात्मा हंसराज सम्मान से सम्मानित किया गया। साथ ही आर्य समाज के विद्वानों और सन्यासियों को भी समाज में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए सम्मानित किया। वहीं डीएवी स्पोर्टस में विशिष्ट प्रतिभा प्रदर्शित करके पदक जीतने वाले देशभर के विभिन्न डीएवी संस्थाओं के 1650 से अधिक विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया।
हंसराज विशेषांक का किया विमोचन
प्रसिद्ध सन्यासी स्वमाी ऋतस्पति परिव्राजक ने आयोजन में अपना आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहा आर्य समाज और डीएवी संस्थान देश को आगे बढ़ाने, चारित्रिक दृष्टि से मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है। इस आयोजन में आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा के प्रमुख पत्रों में आर्य जगत तथा आर्यन हेरिटेज के महात्मा हंसराज विशेषांक का विमोचन भी किया गया। समर्पण दिवस समारोह में डॉ. वीरेंद्र अलंकार द्वारा रचित कृति हंस मानसम् का भी लोकर्पण सम्पन्न हुआ।
नृत्य नाटिका में 3 हजार विद्यार्थियों ने लिया भाग
इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। महात्मा हंसराज के जीवन पर आधारित नृत्य नाटिका तपोनिधि महात्मा हंसराज मुख्य आकर्षण का केंद्र रही। नृत्य नाटिका में लगभग 3 हजार विद्यार्थियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। नृत्य नाटिका के माध्यम से महात्मा हंसराज के जीवनवृत्त के विभिन्न पहलुओं की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम की रूपरेखा डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमेटी निदेशक डॉ. निशा पेशिन के मार्गदर्शन में हुई।