समालखा से अशोक शर्मा की रिपोर्ट : समरसता बनाए रखने के लिए एवं समस्त ब्राह्मण समाज(Brahmin community) के सभी अंश को एक मंच पर एकत्रित करने के लिए कठिन मेहनत से जोड़ना पड़ेगा, तभी समाज एकत्रित हो पाएगा।
उक्त बातें समालखा में समस्त ब्राह्मण समाज(Brahmin community) के लोगों को संबोधित करते हुए कुरुक्षेत्र से पहुंचे समाज के प्रवक्ता अशोक शर्मा(Spokesperson Ashok Sharma) ने कही। उन्होंने कहा वेद पुराणों में पहले चार वर्ण प्रणाली होती थी, लेकिन बाद में विदेशी आक्रांताओं(Foreign invaders) ने ब्राह्मण समाज को कमजोर करने के लिए अलग-अलग जातियाें में बांट दिया। अशोक शर्मा ने कहा कि पांचाल धीमान, जांगिड़, भट्ट, व्यास, जोगी, बैरागी, गोसाई, डकोत, महा ब्राह्मण, सारस्वत, त्यागी, गॉड ब्राह्मण, पूर्वांचली, गढ़वाली, उपाध्याय, मैथिली, कुल 18 जाति ब्राह्मण के ही अंश है। अब समय आ गया है कि इन सभी जातियों को उचित सम्मान मिले।
इसके अलावा जनेश्वर दत्त शर्मा ने बताया कि ब्राह्मण समरसता अभियान की शुरुआत पूरे शोध के बाद 1 जनवरी 2023 को कुरुक्षेत्र से हुई। जिसमें हम हरियाणा के 13 जिलों में 400 बैठक कर चुके हैं और कुरुक्षेत्र में सभी ब्राह्मण घटकों की धर्मशाला में भी बहुत संख्या में बैठक हुई है। वह बड़े कार्यक्रम हुए अब आगामी 14 जुलाई को ब्राह्मण समरसता के लिए अंबाला से समालखा पानीपत तक एक कार रैली निकाली जाएगी। जिसमें ब्राह्मण समाज से जुड़े सभी घटक अंश शामिल होंगे।
ये रहे मौजूद
रैली का 20 जगह स्वागत किया जाएगा और समापन व रात्रि भोजन समालखा जीटी रोड पर होगा। इस अवसर पर राजकुमार वत्स, कृष्णा वशिष्ठ अधिवक्ता, दिनेश शर्मा रामनिवास, राजेंद्र शर्मा, कृष्ण पहलवान, सुनील पांचाल, डॉ. कुलदीप जांगड़ा, तेजभान पांचाल, विनोद गोस्वामी, सुनील किवाना, प्रमोद शर्मा, हरिओम शर्मा पार्षद, घनश्याम, सुरेश शर्मा, पतंग शर्मा, ईश्वर शर्मा मौजूद रहे।