Shivani became SDM

Panipat की बेटी शिवानी बनी SDM, HPSC परिणाम में BCA कैटेगरी में पाया प्रथम स्थान

पानीपत हरियाणा की शान

समालखा से अशोक शर्मा की रिपोर्ट : हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (HPSC) ने हाल ही में अपने परिणाम घोषित किए हैं, जिसमें पानीपत(Panipat) जिले के गांव भोडवाल माजरी की शिवानी पांचाल ने बीसीए(BCA) कैटेगरी में प्रथम स्थान हासिल किया है। शिवानी को इस उपलब्धि के लिए SDM पद पर नियुक्त किया गया है।

हरियाणा सिविल सर्विसेज के लिए इस बार पब्लिक सर्विस कमीशन ने तीन सीटें आवंटित की थीं। जिनमें से एक बीसीए कैटेगरी के लिए, एक जनरल कैटेगरी के लिए और एक इकोनामी वीकर सेक्शन (ईडब्ल्यूएस) कैटेगरी के लिए थी। बीसीए कैटेगरी में शिवानी ने प्रथम स्थान प्राप्त कर अपने जिले का नाम रोशन किया है। शिवानी की सफलता की कहानी उनके परिवार के संघर्ष और सहयोग का परिणाम है। शिवानी के चाचा नरेश बताते हैं कि जैसे ही रिजल्ट घोषित हुआ, पूरे परिवार में खुशियों की लहर दौड़ गई। पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने भी शिवानी और उसके परिवार को बधाइयां दीं। शिवानी के चाचा नरेश कुमार ने बताया कि शिवानी के पिता दिलबाग सिंह का निधन 2005 में हो गया था। उसके बाद शिवानी की मां सविता और संयुक्त परिवार ने मिलकर शिवानी को पढ़ाया और बढ़ाया।

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शिवानी ने अपनी 12वीं कक्षा समालखा से पास की और उसके बाद बीटेक सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई एनआईटी कुरुक्षेत्र से पूरी की। पढ़ाई के बाद शिवानी ने बावल स्थित जेएसडब्ल्यू कंपनी में इंजीनियर के पद पर नौकरी की, लेकिन शिवानी का सपना कुछ और ही था। उसने नौकरी के साथ-साथ हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन की परीक्षा की तैयारी की और अपने लक्ष्य को हासिल किया।

मां आंगनवाड़ी में कार्यरत

शिवानी के परिवार में उसकी मां आंगनवाड़ी में कार्यरत हैं और उसका एक भाई वंश भी है, जो इस समय नेट की परीक्षा की तैयारी कर रहा है। शिवानी के दोनों चाचा दिनेश और नरेश ने उसकी पढ़ाई और करियर में पूरा सहयोग दिया। शिवानी ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनके पिता के निधन के बाद उनकी मां और चाचाओं ने उनका पूरा ख्याल रखा और उन्हें पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित किया। शिवानी ने कहा कि आज वह जिस मुकाम पर हैं, वह अपने परिवार के संघर्ष और सहयोग की बदौलत है। अभी उनका सपना यूपीएससी की परीक्षा पास कर देश की सेवा करना है।

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सफलता का श्रेय परिवार को दिया

शिवानी की सफलता का सफर उन सभी के लिए प्रेरणादायक है जो मुश्किल परिस्थितियों में भी अपने सपनों को पाने की कोशिश करते हैं। उनके संघर्ष और मेहनत की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर हमारी मेहनत सच्ची हो और हमें अपने परिवार का सहयोग मिले, तो हम किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं। शिवानी की इस सफलता पर पूरे गांव में खुशी का माहौल है। उनकी कहानी से प्रेरित होकर गांव के अन्य युवाओं में भी कुछ कर गुजरने का जज्बा जागृत हुआ है। शिवानी का कहना है कि वह अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिवार को देती हैं, जिन्होंने हर कदम पर उनका साथ दिया और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

शुभकामनाएं देने ग्रामीणों का लगा तांता

शिवानी की कहानी हमें यह भी सिखाती है कि कठिन परिस्थितियों में भी हमें हार नहीं माननी चाहिए और अपने सपनों को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए। उनके परिवार का संघर्ष और उनकी मेहनत सभी के लिए एक प्रेरणा स्रोत है। शिवानी की सफलता पर उनके शिक्षक, मित्र और पूरे गांववासी गर्व महसूस कर रहे हैं। सभी ने शिवानी को शुभकामनाएं दी हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। शिवानी ने अपने गांव का नाम रोशन किया है और साबित कर दिया है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी मुश्किल हमारे रास्ते में नहीं आ सकती।

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