समालखा से अशोक शर्मा की रिपोर्ट : चंदन बाल विकास पब्लिक स्कूल(Chandan Bal Vikas Public School) आट्टा में राष्ट्रीय ध्वज अंगीकरण दिवस(National Flag Adoption Day) के अवसर पर कक्षा दसवीं द्वारा विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। मंच का संचालन प्रवीण कुमारी और सुषमा देवी की देखरेख में पायल द्वारा किया गया। इसके अंतर्गत बच्चों ने देशभक्ति गीत(Patriotic songs), भाषण, कविताओं द्वारा उन देशभक्तों को याद(Patriots remembered) किया, जिन्होंने अपने देश के सम्मान के लिए सतत प्रयास किया।
वहीं बच्चों ने भाषण के माध्यम से हमारे ध्वज के प्राथमिक स्वरूप से लेकर वर्तमान ध्वज के स्वरूप तक का वर्णन किया। डॉ. श्वेता ने भी तिरंगे के सम्मान में बच्चों के समक्ष अपने विचार रखें। प्रधानाचार्य अनिल कुमार(Principal Anil Kumar) ने बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें देशभक्ति के लिए प्रेरित किया और राष्ट्रीय ध्वज अंगीकरण दिवस का वास्तविक अर्थ बच्चों को समझाया। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय झण्डा अंगीकरण दिवस हर वर्ष 22 जुलाई को मनाया जाता है। 22 जुलाई 1947 को राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को भारत के संविधान द्वारा अपनाया (अंगीकृत) गया था।
‘तिरंगा’ भारत का राष्ट्रीय ध्वज है, जो तीन रंगों से बना है, इसलिए हम इसे तिरंगा कहते हैं। तिरंगे में सबसे ऊपर गहरा केसरिया, बीच में सफेद और सबसे नीचे गहरा हरा रंग बराबर अनुपात में है। ध्वज को साधारण भाषा में ‘झंडा’ भी कहा जाता है। झंडे की चौड़ाई और लम्बाई का अनुपात 2:3 है। सफेद पट्टी के केंद्र में गहरा नीले रंग का चक्र है, जिसका प्रारूप अशोक की राजधानी सारनाथ में स्थापित सिंह के शीर्षफलक के चक्र में दिखने वाले चक्र की भांति है। चक्र की परिधि लगभग सफ़ेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर है, चक्र में 24 तीलियां हैं।