Municipal Corporation and HSVP in Panipat

Haryana News : पानीपत में नगर निगम और एचएसवीपी की खामियों का खामियाजा भुगत रहे सेक्टर वासी, लोगों का आरोप अधिकारी सफाई देने का सीमित

पानीपत

Haryana News : हरियाणा में जहां गांवों को स्वच्छ बनाकर मॉडल का दर्जा देने के दावे किए जा रहे हैं, वहीं शहरों के पॉश इलाके और सेक्टर अब गांवों की गलियों से भी बदतर नजर आने लगे हैं। वहीं पानीपत के सेक्टर वासियों को नगर निगम और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की खामियों का खामिजाया भुगतना पड़ रहा है। अधिकारी हैं कि केवल सफाई देने का सीमित रह गए हैं। शिकायतों के बावजूद लोगों की समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लोगों का कहना है कि पानीपत के सेक्टर-12 और 13-17 वासी काफी समस्या से दूषित जलभराव की स्थिति से जूझ रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अधिकारी सिर्फ सफाई देने तक सीमित रह गए हैं।

पानीपत में सेक्टर-12 स्थित स्वामी दयानंद पार्क एसोसिएशन के प्रधान एवं सेक्टर वासी एमएन भुटानी, सेक्टरवासी शशि चुघ सहित अन्य लोगों का कहना है कि स्वामी दयानंद पार्क के पास काफी समय से सीवर का गंदा पानी भरने की समस्या बनी हुई है। इस पार्क को स्थानीय लोगों ने अपनी मेहनत और जेब से पैसा खर्च कर संवारा है। अब सेक्टर-12 में सीवर का गंदा पानी भरने की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। लोगों का कहना है कि विशेष रूप से स्वामी दयानंद पार्क के पास सबसे गंभीर समस्या बनी हुई है। पार्क में भी लोगों का आना मुश्किल हो रहा है। सेक्टरवासियों का कहना है कि सेक्टर 24, 25 और महाराजा अग्रसेन चौक के पास भी यही स्थिति बनी है। सेक्टर-12 में सीवर जाम पड़ा होने की समस्या करीब 2 माह से चली आ रही है, लेकिन आज तक उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया है।

दूषित पानी

स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वामी दयानंद पार्क में हर मंगलवार को हनुमाान चालीसा के पाठ का आयोजन किया जाता है। गत दिनों पार्क में हनुमाान चालीसा पाठ के कार्यक्रम में पानीपत शहरी विधायक प्रमोद विज भी शामिल हुए थे। इस दौरान लोगों ने उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराया था। लोगों का कहना है कि सीवर का दूषित पानी पार्क के पौधों में भी घुसकर उनको खराब कर रहा है। साथ ही 24 घंटे पार्क के गेट पर दूषित पानी जमा रहता है। जिसकी शिकायत वह एचएसवीपी के अधिकारियों को कर चुके हैं।

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दूषित पानी 1

वहीं इस संबंध में एचएसवीपी के जेई सतीश कुमार का कहना है कि शहर में 1965 में यमुना एक्शन प्लान के तहत सीवर लाइन डाली गई थी। इसी सीवर लाइन के शहर के बहुत बड़े हिस्से की सीवर लाइन की निकासी निर्भर है। यह सीवर लाइन कई जगहों से जाम हो चुकी है। जब तक इसकी सही तरह से सफाई नहीं होगी, तब तक समस्या का समाधान नहीं हो सकता।

उधर एचएसवीपी के पास सफाई के पर्याप्त साधन नहीं हैं। जिसके कारण सेक्टर-13/17 में सीवर जाम होने की समस्या विकराल रूप धारण करती जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सेक्टर-17 में शिविर लाइन बार-बार जाम हो रही है। इससे सीवर का गंदा पानी मेनहोल के रास्ते सड़कों पर निकलकर फैल रहा है। यह गंदा पानी पार्कों व खाली प्लॉट में भी जमा हो रहा है। जिसके कारण सेक्टर में बीमारियां फैलने का खतरा बनता जा रहा है। सेक्टरवासियों की बार-बार शिकायतों के बावजूद एचएसवीपी अधिकारी इस समस्या का समाधान करने को तैयार नहीं है। लोगों का कहना है कि दूषित पानी भरने से मक्खी-मच्छर बहुत ज्यादा पनप रहे। ऐसे में लोगों का सेक्टर में रहना मुश्किल हो रहा है।

मेनहोल

सेक्टर-17 निवासी महिंद्र सलूजा का कहना है कि उनका मकान नंबर 1228 है। घर के आसपास कई प्लॉट खाली पड़े हैं। साथ ही सड़क किनारे वाली कच्ची जमीन में सीवर के मेनहोल हैं। उन्होंने कहा कि मेनहोल का दूषित पानी निकलकर सड़क पर भी फैल रहा है। यही पानी आसपास के खाली प्लॉट में भी जमा होकर गंदगी फैला रहा है। जिससे मक्खी-मच्छर पनपने लगे हैं। उनका कहना है कि सेक्टर वासी सीवर सफाई को लेकर 4 बार अधिकारियों को शिकायत कर चुके हैं। फिर भी उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा है। उनकी तरह अन्य सेक्टरों में भी यह समस्या बनी हुई है, लेकिन अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।

पत्र 1

इस संबंध में एचएसवीपी के जेई सतीश कुमार का कहना है कि फिलहाल ज्यादातर अधिकारी और कर्मचारियों की चुनाव में ड्यूटी लगाई गई है। चुनावी प्रक्रिया के बाद सीवरेज की सफाई करवा दी जाएगी। जो अधिकारी और कर्मचारी चुनावी ड्यूटी में लगे हैं। इसके बाद प्रमुखता से लोगों की समस्या का समाधान करवा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि समस्या का समाधान करवाने में एक सप्ताह का समय लग सकता है।

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