Haryana के पानीपत जिले में सेशन जज CIA-2 के गेट को देरी से खोलने के घटनाक्रम के बाद पुलिस(Police) से नाराज नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को सुबह ही जज अचानक थानों का निरीक्षण करने के लिए निकले। उन्होंने सबसे पहले कोर्ट परिसर के नजदीक सिटी थाने में जांच की। वहां पहुंचते ही पुलिसकर्मियों में हलचल मच गई।
उन्होंने पहले मुंशी कार्यालय की जांच की, फिर थाने के अन्य कमरों की भी जांच की। उसके बाद उन्होंने तहसील कैंप थाने का भी दौरा किया। इसके बाद उन्होंने ड्राइवर को मॉडल टाउन की ओर ले जाने का आदेश दिया। फिर वे पुराना औद्योगिक थाने पहुंचे, जहां से वापस लौटते समय उन्होंने मॉडल टाउन थाने में गाड़ी रोकवाई। उन्होंने चारों थानों का निरीक्षण कर कोर्ट की ओर चले गए। निरीक्षण के दौरान जज ने मुख्य रूप से CCTV कैमरों की जांच की। उन्होंने कैमरों की लोकेशन और रिकॉर्डिंग स्टोर की जांच की और कैमरों की गुणवत्ता को भी देखा। इसके अलावा हवालात का भी निरीक्षण किया। फिर उन्होंने आवश्यक निर्देश देकर वापस लौट गए।
पानीपत के एक परिवार ने साल 2022 में हाईकोर्ट में याचिका दायर करके बताया था कि उनके नाबालिग बेटे को पुलिसकर्मियों ने उठाकर ले गए थे। CIA-2 में उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई थी। पुलिस ने इसके खिलाफ आरोपों को नकारा था। परिवार ने इस मामले में CIA-2 के अंदर के CCTV कैमरों की जांच की मांग की थी। नाबालिग ने भी कोर्ट में बताया कि CIA-2 के अंदर की स्थिति गंभीर है।
सीआईए-2 थाने का किया औचक निरीक्षण
इसी केस में हाईकोर्ट ने स्थिति की जांच की थी। सेशन जज ने 4 मई को CIA-2 थाने का औचक निरीक्षण किया। वे सरकारी गाड़ी में CIA-2 थाना पहुंचे। यहां पर उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया। गेट पर तैनात संतरी ने इंचार्ज के आदेशानुसार गेट खोलने में काफी देरी की। जज इस पर नाराज हो गए और हाईकोर्ट को गेट खोलने में हुई देरी की रिपोर्ट भेजी। हाईकोर्ट ने इस पर ध्यान दिया और कार्रवाई के आदेश दिए।
तीनों सस्पेंड को भेजा लाइन
बुधवार रात को SP अजीत सिंह शेखावत ने CIA-2 प्रभारी सब इंस्पेक्टर (SI) सौरभ, मुंशी प्रवीण और SI जयवीर को सस्पेंड(Suspend) कर दिया। तीनों को लाइन में भेजा गया है। इसके अलावा, CIA के संतरी स्पेशल पुलिस ऑफिसर (SPO) को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। DSP संदीप सिंह ने औद्योगिक थाना सेक्टर-29 में मुकदमा दर्ज कराया है, जिसमें IPC की धारा 188, 353, 341 और 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।