(सिटी तहलका से अशोक शर्मा का रिपोर्ट)
दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल में हरियाली तीज के हरे-भरे उत्सव पर नृत्य प्रतियोगिता और मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। छात्रों ने अलग-अलग परिधानों में लोक नृत्य की प्रदर्शनी से विद्यालय प्रांगण को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मेहंदी लगाकर छात्राओं ने किया अपनी कला का प्रदर्शन
मेहंदी प्रतियोगिता में भी बच्चियों ने मेहंदी लगाकर अपनी कला को प्रदर्शित किया। शैक्षिक निर्देशिका अर्चना जैन ने विद्यार्थियों और स्टाफ को मिठाई खिलाकर श्रावण मास की इस पावन पर्व की हार्दिक बधाई दी।
उन्होंने कहा कि त्यौहार ही ऐसा अवसर है जब सभी अपने -अपने कार्यों को करते हुए, अपनी व्यस्तता के बावजूद भी थोड़ा सा समय निकालकर,एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करते हैं और उत्सव का मिलकर आनंद उठाते हैं।
क्यों मनाई जाती है हरियाली तीज
इस वर्ष भी तीज के त्योहार को बडे़ धूम -धाम से मनाया गया। हरियाली तीज के दिन लोगों के मन मे एक अलग खुशी देखने को मिलती है। तीज के त्योहार को लेकर बच्चों के मन मे उत्साह और उमंग भर जाती है, क्योकि तीज के दिन औरतें अच्छे-अच्छे पकवान बनाती है। जो बच्चों के मन को मोह लेता है।
इस त्योहार का आनंद लेने के लिए महिलाएं और बच्चे झूला-झूलते हैं, लोक गीत गाकर उत्सव मनाते हैं। हरियाली तीज के अवसर पर देशभर में कई जगह मेले लगते हैं और माता पार्वती की सवारी धूमधाम से निकाली जाती है। हर तरफ हरियाली छा जाती है, मौसम सुहाना हो जाता है।
क्या है तीज का असली महत्व
सावन की हरियाली तीज पर हरे रंग का खास महत्व है। इस दिन हरे रंग के उपयोग के अनेक लाभ मिलते हैं। सावन के महीने में चारो और हरियाली छा जाती है, रंग-बिरंगे फूल खिल जाते है, पशु-पक्षी इस मौसम में झूमने लगते है, चारो तरफ अदभूत दृश्य देखने को मिलता है। सावन के महीने में तीज का त्योहार मनाया जाता है।
तीज के दिन खिल उठते हैं बच्चे
तीज का त्यौहार लाता है बहार, लेकर आता बहुत-सा प्यार। हर तरफ ख़ुशी का माहौल है, तीज का त्यौहार होता अनमोल हैं। बच्चे तीज के दिन हरियाली को देखकर खिल उठते है, चारो तरफ बच्चों का शोर मच रहा है। एक दूसरे की पतंग को काटने के लिए मारो का शोर मचाते है। तीज के दिन औरते सजती सवर्ति है, हाथो में महेंदी लगाती है और अपने पति की लम्बी उर्म के लिए व्रत रखती हैं।

