(सिटी तहलका से अशोक शर्मा की रिपोर्ट) हरियाणा के पानीपत शहर के पाइट कॉलेज में इटली के इटेलियन इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नॉलोजी के सीनियर रिसर्चर मिशेल डी लॉरो छात्र-छात्राओं से मुखातिब हुए। जहां उन्होंने छात्रों के प्रश्नों के उत्तर दिए और उन्हें प्रैक्टिली कुछ रिसर्च के बारे में भी बताया। डी लॉरो ने पाइट सीनियर सेकेंडरी स्कूल एनएफएल में भी छात्र-छात्राओं को मिशेल ने प्रेरित किया।
डी लॉरो ने कहा कि आर्गेनिक न्यूरो इलेक्ट्रॉनिक्स के माध्यम से कैंसर जैसी जटिल बीमारियों को जड़ से खत्म कर सकते हैं। यहां तक की कैंसर के खात्मे के बाद शारीरिक रूप से कोई दिक्कत भी नहीं आएगी। किसी तरह के साइड इफेक्ट भी नहीं होंगे। इतना ही नहीं, अगर इंजीनियरिंग विंग के स्टूडेंटस और मेडिकल के स्टूडेंटस मिलकर रिसर्च करें तो दुनिया को कई क्रांतिकारी आविष्कार मिल सकते हैं।
अलग-अलग विंग के छात्र मिलकर करे रिसर्च
मिशेल ने कहा कि रिसर्च के लिए इससे बेहतर युग नहीं हो सकता। एआइ पर दुनिया काम कर रही है। आइटी के क्षेत्र में बड़े बदलाव आ रहे हैं। मेडिकल और इंजीनियरिंग के माध्यम से जिंदगी को आसान बनाया जा सकता है। न्यूरो इलेक्ट्रॉनिक्स के माध्यम से तो टेक्सटाइल क्षेत्र और आगे बढ़ सकता है। इस तरह के कपड़े बनाए जा सकते हैं, जो आपके जीवन की सुरक्षा भी कर सकते हैं जिनमें आग नहीं लग सकेगी। कपड़े बेहद हल्के हो सकते हैं लेकिन इन्हें बुलेट छू भी नहीं सकती। ये तभी होगा, जब अलग-अलग विंग के छात्र मिलकर रिसर्च करें।
पाइट के वाइस चेयरमैन राकेश तायल ने कहा कि इंजीनियंग के छात्र और एमबीए-बीबीए के छात्र पाइट में मिलकर आइडिया लैब में काम करते हैं। इसी तरह अलग-अलग संकाय के छात्रों के बीच सामंजस्य है। इससे नए आइडिया सामने आते हैं और स्टार्टअप के लिए राह बनती है। निदेशक डॉ.जेएस सैनी ने कहा कि पानीपत एक टेक्सटाइल नगरी है। पाइट और इटली की यूनिवर्सिटी मिलकर टेक्सटाइल के क्षेत्र में काम करेंगे।
कौन-कौन रहा मौजूद
इस अवसर पर पाइट के बोर्ड सदस्य शुभम तायल, डीन डॉ.बीबी शर्मा, विभाग की अध्यक्ष डॉ.विनय खत्री, रजिस्ट्रार डॉ.मनोज अरोड़ा, डॉ.विनोद दहिया, डॉ.सुमन, डॉ.रेनू, डॉ.अनीता, डॉ.दिनेश मौजूद रहे। डॉ.विनोद और राधिका ने मंच संचालन किया।