हरियाणा के पानीपत जिले में रविवार शाम जीटी रोड (नेशनल हाईवे-44) पर एक तेज रफ्तार बोलेरो गाड़ी ने खड़े हुए मां-बेटे को जोरदार टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि 65 वर्षीय महिला स्वर्ण कौर बोलेरो के नीचे कुचली गईं और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। हादसे के बाद लोगों ने घायल बेटे बलजिंद्र सिंह की मदद की और कुछ दूरी पर भाग रहे आरोपी ड्राइवर को पकड़ लिया।
हादसा: इंतजार कर रहे थे सवारी का, आ गई मौत
बलजिंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि वह पानीपत के कृष्णपुरा का रहने वाला है और उसकी मां स्वर्ण कौर गांजबड़ गांव के पास एक फैक्ट्री में काम करती थीं। रविवार शाम वह दोनों घर लौटने के लिए रोड किनारे सवारी का इंतजार कर रहे थे। तभी अचानक तेज रफ्तार बोलेरो आई और सीधे उनकी मां को टक्कर मार दी।
महिला नीचे गिर गई, लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी नहीं रोकी और उन्हें कुचलता हुआ आगे बढ़ गया। बेटा भी इस हादसे में जख्मी हुआ, लेकिन तुरंत मां को अस्पताल ले गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
लोगों ने भागते ड्राइवर को पकड़ा
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग और राहगीर सक्रिय हुए और कुछ दूरी पर बोलेरो को रोक लिया। ड्राइवर की पहचान अतुल कुमार के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के बलिया जिले का निवासी है।
पुलिस ने बलजिंद्र की शिकायत पर बोलेरो चालक के खिलाफ गैर इरादतन हत्या (IPC 304-A) का मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिला। लोगों का कहना है कि जीटी रोड पर वाहनों की स्पीड पर कोई कंट्रोल नहीं है और ऐसे हादसे लगातार हो रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से स्पीड कंट्रोल और यातायात व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है।
निष्कर्ष:
एक सामान्य-सी शाम, जो मां-बेटे के लिए घर लौटने का वक्त था, एक तेज रफ्तार गाड़ी ने उसे मातम में बदल दिया। बेटे के सामने उसकी मां की जान चली गई, और यह हादसा फिर सवाल उठाता है — क्या हाईवे पर जान की कोई कीमत नहीं बची?