हरियाणा में पटवारी-कानूनगों की हड़ताल जारी रहेगी, जिसका परिणामस्वरूप लोगों को कई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। चंडीगढ़ में सरकारी अधिकारियों के साथ हुई मीटिंग में एक बार फिर हड़ताल के फैसले को लेकर समझौते पर पहुंचा नहीं जा सका।
मीटिंग के बाद पटवारी और कानूनगो एसोसिएशन के प्रधान जयबीर चहल ने बताया कि उन्होंने वित्त विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी के साथ मीटिंग की थी, लेकिन उनकी मांगों पर समझौता नहीं हुआ। इसके बाद एक और मीटिंग का आयोजन किया जाएगा, जिसमें फाइनेंशियल कमिशनर रेवेन्यू (एफसीआर) भी शामिल होंगे। चहल ने बताया कि उन्होंने ग्रेड-पे में मांग रखी थी, लेकिन वित्त विभाग के प्रति अपनी असंतुष्टि जताई। उनके अनुसार पे स्केल और एसीपी को लेकर चर्चा में रस्तोगी ने संतुष्टि प्रदान नहीं की और उनका कहना है कि कानूनी अड़चनें हैं। पटवारियों ने बताया कि 1 जनवरी 2016 से उनका मौजूदा पे स्केल 32 हजार 100 हो गया है, लेकिन इस बारे में सरकार से सहमति नहीं मिल रही है। इस मुद्दे पर हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया गया है और वे 31 जनवरी तक हड़ताल जारी रखेंगे, इसके बाद अंतिम फैसला होगी।
75 तरह के काम ठप्प, जनता परेशान
हड़ताल के कारण पटवारियों और कानूनगों के 75 तरह के काम ठप्प हो रहे हैं। जिससे लोगों को समस्याएं हो रही हैं। जमीन की रजिस्ट्री और ट्रांसफर सहित इन कामों में विघ्न उत्पन्न हो रहा है। राजस्व का नुकसान भी हो रहा है और लोगों को अनुवाद की समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं। एसोसिएशन के प्रधान ने बताया कि उन्होंने आज की मीटिंग में पे स्केल और एसीपी के सवाल पर वित्त विभाग के एसीएस अनुराग रस्तोगी के साथ विस्तार से चर्चा की, लेकिन उन्हें सरकार की बातों से सहमति नहीं मिली।
दूसरी मीटिंग में फाइनेंशियल कमिशनर रेवेन्यू रहेंगे शामिल
अब वित्त विभाग द्वारा किए गए मीटिंग के बाद एक और मौके पर विचार किया जाएगा। जिसमें फाइनेंशियल कमिशनर रेवेन्यू भी शामिल होंगे। पटवारी-कानूनगो के अधिकारी आशा कर रहे हैं कि इस मीटिंग में समझौते का मार्ग सागा जा सके और हड़ताल समाप्त हो सके।