Police crackdown on pigeon betting gang

Sonipat : कबूतर बाजी करने वाले गिरोह पर पुलिस का शिकंजा, विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले मुख्य आरोपी को किया गिरफ्तार

बड़ी ख़बर सोनीपत हरियाणा

हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना के सदर थाना के अंतर्गत पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह से पर्दा उठाया है। विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह में दिल्ली पुलिस का जवान भी शामिल है। पुलिस ने खानपुर के रहने वाले सुभाष की शिकायत पर मामला दर्ज कर गिरोह के मुख्य आरोपी अरुण कुमार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया है। आरोपी अरुण ने खानपुर के रहने वाले सुभाष से 60 लाख रुपए विदेश भेजने के नाम पर ठग लिए थे। आरोपी अरुण को पुलिस रिमांड पर रखा गया है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में भी जुट गई है। पुलिस उससे रिमांड अवधि के दौरान यह जानने का प्रयास कर रही है कि कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया है।

गोहाना में सदर थाना के अंतर्गत विदेश भेजने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। खानपुर के रहने वाले सुभाष ने सदर थाना में शिकायत दी थी और उसी के तहत अब पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि चार लोगों का एक गैंग है जो लोगों से विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर पैसे ले लेते हैं और बाद में पैसे देने से मना कर देते है। गैंग के मुख्य आरोपी अरुण कुमार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी अरुण से रिमांड अवधि के दौरान पूछताछ की जा रही है। पुलिस से अन्य आरोपियों तक भी पहुंचने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। पीड़ित पक्ष से 60 लाख रुपये लेकर आरोपी ने विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर लिए थे। पीड़ित पक्ष की नौकरी नहीं लगवाई और विदेश भेजने के नाम पर पैसे हड़प लिए।

पुलिस जानकारी के मुताबिक के यूएसए में नौकरी लगवाने के नाम पर पैसे लेने का काम करते हैं। आरोपियों की गैंग रजिस्टर्ड कंपनी बनाकर इस प्रकार से लोगों को गुमराह करते हैं और पैसे हड़प लेते हैं। विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाली गैंग विदेश में ठेकेदारी के तहत लगवाने की बात करते हैं और वहीं विदेश में अपनी जानकारी होने का भी दावा करते हैं। वहीं छोटे-छोटे देशों में भेज कर ट्रैवलिंग हिस्ट्री भी बनाते हैं। जिसके चलते लोगों को विश्वास हो जाता है लेकिन वास्तविक रूप में उन्हें नौकरी नहीं मिल पाती और वे झांसे में आकर ठगी का शिकार हो जाते हैं। जानकारी के मुताबिक करीबन 60 लाख रुपये आरोपी ले चुके है। वहीं पुलिस आरोपियों से पैसे की रिकवरी को लेकर भी प्रयास करेगी। वहीं पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपी के खाते में 28 लाख रुपये हैं तो वहीं बाकी का पैसा कैश में पीड़ित पक्ष ने दिया था। पूरे मसले में दिल्ली पुलिस का एक कर्मचारी भी शामिल है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूरे मामले को लेकर बारीकी से इन्वेस्टिगेशन कर रही है।

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