सेवा, सुरक्षा और सहयोग का दम भरने वाली हरियाणा पुलिस फिर से दागदार हुई है। मामला हरियाणा के जिला यमुनानगर का है। आरोप है कि पुलिस ने एक निजी होटल में देर रात चेकिंग के दौरान पहले युवक को थप्पड़ मारा और फिर उससे 20 हजार रुपये की डिमांड की। इसके बाद जबरन 10000 रुपये ऑनलाइन खाते में डलवाए गए, जबकि 10000 रुपये नकदी वसूले। इसके बाद मामला यमुनानगर के उच्चाधिकारियों तक पहुंच गया। इस संबंध में डीएसपी अभिलक्ष जोशी का कहना है कि हमारे पास शिकायत आई है, जिसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि ज्यादातर लोगों के मन में पुलिस की छवि नकारात्मक है। लोगों का मानना है कि पुलिस रिश्वत लिए बिना काम नहीं करती है, लेकिन यमुनानगर में तो सारी हदें ही पार हो गई। जिला यमुनानगर के जगाधरी के हुडा सेक्टर-17 स्थित एक निजी होटल में पुलिस ने देर रात एसएचओ धर्मेंद्र की अगुवाई में चेकिंग की। इस दौरान पुलिस की चेकिंग का इरादा कुछ समझ नहीं आया। आरोप है कि पुलिस ने होटल के अंदर एक कमरे में घुसते हुए पहले एक युवक को थप्पड़ मारा और फिर उससे पैसे की डिमांड की। इसके बाद डरे सहमे युवक ने 10000 रुपये होमगार्ड कमल मलिक के खाते में ट्रांसफर कर दिए। फिर पुलिस ने पीड़ित से 10000 रुपये नकद भी ले लिए।
उत्तरप्रदेश के बागपत निवासी सुमित चौधरी का आरोप है कि वह होटल के कमरे में ठहरा हुआ था। अचानक 5-6 पुलिसकर्मी उसके कमरे में आए और उसके साथ अभद्र व्यवहार करने लगे। इसके बाद उनमें से एक पुलिसकर्मी ने उसे थप्पड़ जड़ दिया और पैसे की मांग करने लगा। सुमित का कहना है कि पुलिस के इस बर्ताव से वह बहुत डर गया। उसने 10000 रुपये ऑनलाइन और 10000 रुपये नगद पुलिस को दे दिए। इसके सबूत उन्होंने अपने मोबाइल में भी दिखाए हैं।
पीड़ित सुमित का कहना है कि होटल के कमरे में लगे सीसीटीवी में साफ दिखाई दे रहा है कि एक पुलिसकर्मी उसे पकड़कर बाहर खींच रहा है। इस दौरान हुडा सेक्टर-17 थाना के एसएचओ धर्मेंद्र कुमार मौजूद रहे। इसके बाद पैसे वसूलने की पोल खुलने के डर से पुलिसकर्मी युवक के सामने गिड़गिड़ाते हुए नजर आए। उनका एक वीडियो किसी व्यक्ति ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया है। जिसमें कमल मलिक मान रहा है कि पैसे लिए गए हैं। एक व्यक्ति कह रहा है कि इन पैसों को लौटा दो।
अब मामला यमुनानगर पुलिस के उच्चाधिकारियों के संज्ञान तक पहुंच चुका है। वहीं पुलिस की इस हरकत का वीडियो वायरल होने के बाद यमुनानगर पुलिस की खूब किरकिरी हो रही है। इसके बाद यमुनानगर के पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया हरकत में आ गए। उन्होंने मामले में संज्ञान लेते हुए एक कमेटी का गठन किया और दागी पुलिस कर्मियों पर जल्द कार्रवाई करने की बात कही है।
अब बड़ा सवाल यह उठता है कि जिस पुलिसकर्मी के खाते में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन हुई है, उसका नाम कमल मलिक है, जो कि एक होमगार्ड है। जब पैसों का लेनदेन हुआ क्या उस वक्त जगाधरी हुडा सेक्टर-17 के एसएचओ धर्मेंद्र कुमार को नहीं पता था? अगर उन्हें पता था तो उन्होंने यह सब कुछ क्यों होने दिया। ऐसे में शक की सुई थाना प्रभारी की तरफ भी घूमती है। माना जा रहा है कि पुलिस अधिकारी मामले में सिर्फ होमगार्ड पर ही कार्रवाई कर रफा दफा कर सकते हैं। जिस वक्त होटल में चेकिंग की गई, उस वक्त पुलिस कर्मियों के साथ एसएचओ धर्मेंद्र कुमार भी शामिल थे।
इस संबंध में यमुनानगर के डीएसपी अभिलक्ष जोशी का कहना है कि इस तरह की सूचना हमारे पास आई थी। एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसको लेकर संबंधित शिकायतकर्ता और होटल के लोगों से बातचीत की जाएगी। मामले में जो भी दोषी होगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। हालांकि डीएसपी ने पुलिस कर्मियों की कुल संख्या का अभी खुलासा नहीं किया है। साथ ही यह भी नहीं बताया गया कि इस खेल का मास्टरमाइंड कौन है।