हरियाणा के गुरुग्राम के सेक्टर 10 थाना इलाके में पुलिस जवान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मृतक राजबीर रेवाड़ी में जीआरपी में तैनात था। 50 वर्षीय राजबीर गुरुग्राम के सिकोपुर गांव का रहने वाले है। वह गुरुग्राम के सेक्टर 10 इलाके में अपनी पत्नी-बेटे के साथ रहता था। देर रात उसकी गोली लगने के कारण मौत हो गई। जब ये हमला हुआ तब घर में सिर्फ राजबीर, उनकी पत्नी और एक बेटा मौजूद था।
पुलिस को सूचना मिलते ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर तफ्तीश शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि वारदात में मृतक की पत्नी को भी गोली लगी है, जिसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बेटा दादा लाई जमीन नाम कराने का बनाता था दबाव
मृतक के बड़े भाई सतबीर सिंह की माने तो वह गुरुग्राम के सिकोपुर में रहते हैं। सुबह तकरीबन साढ़े 6 बजे उन्हें सूचना मिली थी। जब उन्होंने अस्पताल में जाकर देखा तो उनके भाई की मौत हो चुकी थी। सतबीर सिंह की माने तो मृतक का बेटा अनु उर्फ यश यादव अपने पिता पर दबाव बनाता था कि गांव वाली दादा लाई जमीन उसके नाम कराए। सतबीर की माने तो मृतक राजबीर की पत्नी का कहना है कि गोली उसने मारी है। सतबीर अपने भाई की मौत का इंसाफ चाहते हैं।
मृतक की पुत्रवधू दिल्ली पुलिस में तैनात
मृतक राजबीर के बेटे अनु के साले गौरव के मुताबिक वह पटौदी के खवासपुर के रहने वाले हैं और उनकी बहन की शादी अनु उर्फ यश यादव से 2 दिसंबर 2022 में हुई थी। उनकी बहन दिल्ली पुलिस में तैनात है। अनु उर्फ यश अपनी पत्नी के साथ नहीं रहता था। कल बुधवार को उनकी बहन वर्दी लेने सेक्टर 10 वाले घर पहुंची थी। दोपहर को ही वह घर वापस आ गई थी और आज उन्हें ये मौत की सूचना प्राप्त हुई है।