पुलिस आयुक्त Sonipat सतेंदर गुप्ता द्वारा पुलिस लाइन सोनीपत के प्रांगण में स्मृति दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उन पुलिस बलों के शहीदों और बहादुरों को सम्मान चिन्ह प्रदान किए गए, जिन्होंने अपने जीवन का बलिदान दिया।
स्मृति दिवस का इतिहास 21 अक्तूबर 1959 से जुड़ा है, जब एस.आई. कर्मसिंह के नेतृत्व में सी.आर.पी.एफ. का 21 जवानों का एक दल हाट स्प्रिंग, लद्दाख में गश्त कर रहा था। इस दौरान चीनी सेना ने उन पर अचानक हमला कर दिया। सी.आर.पी.एफ. के जवानों ने 16,000 फीट की ऊंचाई और अत्यंत ठंडी स्थिति में अपने प्राणों की परवाह किए बिना चीनी सेना का मुकाबला किया। इस संघर्ष में एस.आई. कर्मसिंह सहित 10 जवानों ने बलिदान दिया।
इस वर्ष, भारतीय पुलिस बलों के 264 अधिकारियों और कर्मचारियों ने आंतरिक सुरक्षा और नागरिकों की जान-माल की रक्षा करते हुए अपने जीवन की आहुति दी है। देश आज आतंकवाद और नक्सलवाद के संकट से जूझ रहा है, और पुलिस बलों ने इन चुनौतियों का सामना करने का संकल्प लिया है।
पुलिस आयुक्त ने यह भी बताया कि यह दिवस 31 अक्तूबर तक मनाया जाएगा, जिसका मुख्य उद्देश्य शहीदों के परिवारों को सम्मानित करना है। उन्होंने जिला सोनीपत में शहीद हुए पुलिसकर्मियों के नामों का उल्लेख किया, जिसमें सिपाही अशोक कुमार, सिपाही शेर सिंह, और अन्य शामिल हैं।
ग्राम पंचायतों से मिलकर शहीदों के नाम पर स्कूलों और सड़कों का नाम रखा जाएगा और शहीदों की जीवनी को स्कूलों में विस्तारपूर्वक बताया जाएगा। इस समारोह में पुलिस उपायुक्त मुख्यालय सोनीपत श्री मनबीर सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त मुख्यालय मलकीत सिंह, और अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। पुलिस आयुक्त ने अधिकारियों और कर्मचारियों को याद दिलाया कि उनका सच्चा मित्र वही है जो अपना कार्य ईमानदारी और निष्पक्षता से करता है।