रेवाड़ी में हुई दिशा समिति की बैठक में एक बार फिर केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत और रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा के बीच राजनीतिक दूरी साफ नजर आई। बैठक के अध्यक्ष राव इंद्रजीत थे, जबकि सह-अध्यक्ष के रूप में दीपेंद्र हुड्डा को भी मौजूद रहना था लेकिन वे नहीं पहुंचे।
गौरतलब है कि 2014 में राव इंद्रजीत के कांग्रेस छोड़ने के बाद से दोनों नेता एक मंच पर साथ नहीं दिखे हैं। 2014-2019 के कार्यकाल में भी दोनों दिशा समिति के अध्यक्ष व सह-अध्यक्ष थे, लेकिन एक साथ बैठकों में शामिल नहीं हुए। 2019 में भाजपा के अरविंद शर्मा के सांसद बनने के बाद स्थिति बदल गई थी, मगर 2024 में हुड्डा के फिर से सांसद बनने के बाद भी यह राजनीतिक खाई बनी हुई है।
शुक्रवार को नए कार्यकाल की पहली बैठक थी, जिसमें दीपेंद्र हुड्डा की गैरमौजूदगी ने यह संकेत दिया कि दोनों नेताओं के बीच की दूरी अब भी बरकरार है।