➤पूर्व मंत्री डॉ. अभय सिंह यादव ने राव इंद्रजीत को ‘छोटे दिल वाला’ बताया
➤मेडिकल कॉलेज नामकरण विवाद में तीखी सियासत
➤अहीर समाज के ठेकेदारों पर भी कटाक्ष
दक्षिण हरियाणा के अहीरवाल क्षेत्र में भाजपा के भीतर सियासी फूट खुलकर सामने आई है। नायब सैनी सरकार के पूर्व मंत्री एवं पूर्व IAS अफसर डॉ. अभय सिंह यादव ने भाजपा के केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत पर खुला हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर दो पोस्ट करके राव इंद्रजीत को ‘छोटे दिल वाला’ बताया और अहीर समाज के ठेकेदारों पर भी तीखे शब्दों का इस्तेमाल किया।
यह विवाद नारनौल के पास गांव कोरियावास में 725 करोड़ रुपए की लागत से बने 800 बेड वाले मेडिकल कॉलेज के नामकरण को लेकर छिड़ा हुआ है। सरकार ने इस मेडिकल कॉलेज का नाम महर्षि च्यवन चिकित्सा महाविद्यालय रखा है, लेकिन राव इंद्रजीत के समर्थक इसे शहीद राव तुलाराम के नाम पर रखने की मांग कर रहे हैं। पिछले तीन महीनों से यह मामला गरमा हुआ है और पहली बार भाजपा के किसी अहीर नेता ने इस विवाद में केंद्रीय मंत्री पर तंज कसा है।
डॉ. अभय यादव ने अपने पहले पोस्ट में अहीर समाज के ठेकेदारों को नांगल चौधरी विधानसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए ‘छोटे दिल वाले’ बताया और कहा कि महानायक राव तुलाराम राजनीतिक कवच मात्र हैं। दूसरी पोस्ट में उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज का नामकरण राजनीति से ऊपर होना चाहिए, और इसकी प्राथमिकता लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देना होनी चाहिए।
राजनीतिक पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो 15 जून को राव इंद्रजीत ने रेवाड़ी रैली में कहा था कि उनकी बिरादरी की सरकार बनने में भूमिका रही है और उन्हें काम मिलना चाहिए, लेकिन सीएम सैनी ने सभी बिरादरियों को बराबरी का हक दिया। इसके बाद 18 जून को राव ने अपनी बेटी और अन्य विधायकों के साथ डिनर की मेजबानी की। 3 जुलाई को डॉ. अभय ने पूर्व सीएम मनोहर लाल से मुलाकात की और तब से उनकी राव इंद्रजीत के खिलाफ लड़ाई तेज हो गई।
सियासत के जानकार बताते हैं कि 2019 में भी राव इंद्रजीत ने विधानसभा चुनाव में डॉ. अभय का टिकट कटवाने की कोशिश की थी, जबकि 2024 के चुनाव में अभय की हार में भी उनकी भूमिका बताई जाती है। इस विवाद के बीच मेडिकल कॉलेज के नामकरण का मसला अहीरवाल की राजनीति में और जोड़-तोड़ और विवादों को जन्म दे रहा है।