चंडीगढ़ में प्रशासनिक पदों पर खाली जगह की समस्या चल रही है। प्रशासक के सलाहकार का पद खाली है और नया नाम अभी तक नहीं तय हुआ है, इससे कई महत्त्वपूर्ण निर्णय ठप हैं।
गृहमंत्रालय ने अभी तक इस पद के लिए किसी भी व्यक्ति का चयन नहीं किया है, जिसकी वजह से यह समस्या बनी हुई है। 22 दिसंबर को गृहमंत्री अमित शाह ने शहर में दौरा किया था, जहां प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने एक अनुभवी सलाहकार की जरूरत की बात की थी। अभी तक कोई ठोस नाम नहीं आया है, जिसके कारण यह मामला अटका हुआ है। चर्चाओं में चंडीगढ़ में मौजूदा सचिव राजीव वर्मा का नाम सबसे आगे है। उन्हें माना जा रहा है कि वे इस पद के लिए उपयुक्त हो सकते हैं। इसके अलावा, अरुणाचल प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. शरद चौहान का नाम भी चर्चाओं में आ रहा है। इस पद के लिए कई अन्य उम्मीदवारों के नाम भी चर्चा में हैं।
इसके अलावा दिल्ली की तरह चंडीगढ़ में लेफ्टिनेंट गवर्नर को भी नियुक्त करने की बात हो रही है। अब यह देखा जा रहा है कि क्या गृहमंत्री इस तरह का कोई निर्णय लेते हैं। पहले भी ऐसी योजना बनाई गई थी, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री के विरोध के कारण वो रद्द कर दी गई थी।