हरियाणा के पानीपत जिले के एक गांव में मातम का माहौल तब फैल गया जब एक ही परिवार में मां-बेटे की मौत की खबर ने सभी को झकझोर दिया। यह दर्दनाक घटना उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में घटी, जहां भालू के हमले में 22 वर्षीय पोस्टमैन यश कुमार की जान चली गई। जैसे ही यह सूचना गांव में पहुंची, मां नीलम देवी को दिल का दौरा पड़ा और उनकी भी मौत हो गई। गुरुवार सुबह मां और बेटे का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया, जिससे पूरे गांव की आंखें नम हो गईं।
जानकारी के मुताबिक, यश कुमार 12वीं पास करने के बाद उत्तराखंड के भनार गांव में पोस्टमैन की नौकरी कर रहा था। 8 जुलाई को जब वह साइकिल से डाक बांटने निकला, तभी रास्ते में अचानक एक भालू सामने आ गया। घबराकर यश साइकिल से गिर पड़ा और भालू ने उस पर हमला कर दिया। यह हमला इतना घातक था कि मौके पर ही यश की मौत हो गई।
घर में यश की शादी की तैयारियां चल रही थीं। पिता नरेश कुमार के अनुसार, उनकी दो बेटियों की पहले ही शादी हो चुकी थी और अब वे यश की शादी की योजना बना रहे थे। लेकिन इस घटना ने पूरे परिवार को उजाड़ दिया। यश की मां नीलम देवी पहले से बीमार चल रही थीं और जैसे ही उन्हें बेटे की मौत की खबर दी गई, उन्होंने वहीं दम तोड़ दिया।
गुरुवार को जब यश का शव गांव लाया गया, तो गांव में मातम छा गया। हर आंख नम थी। ग्रामीणों ने मां और बेटे दोनों का अंतिम संस्कार एक साथ, एक ही चिता पर किया। इस मंजर को देख वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें भर आईं।
यह घटना एक साथ प्राकृतिक हमले और पारिवारिक सदमे का ऐसा उदाहरण बन गई है, जिसने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है।