हरियाणा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के गठबंधन की चर्चाएं जारी हैं। इस बीच, पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस को AAP से जितना दूर रहना चाहिए, उतना ही अच्छा होगा।
बुधवार को पंजाब विधानसभा सेशन के बाद मीडिया से बातचीत में बाजवा ने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मत है। उन्होंने कहा, “यह मेरी निजी राय है और मैं इसे आपके माध्यम से साझा कर रहा हूँ। हो सकता है कि पार्टी का फैसला राष्ट्रीय स्तर पर हो, लेकिन हमारी सोच राज्य स्तर की है।”
AAP के साथ गठबंधन का नकारात्मक अनुभव
बाजवा ने कहा कि लोकसभा चुनावों में पंजाब में AAP का प्रदर्शन खराब रहा। उन्होंने कहा कि “AAP 92 से घटकर 32 पर आ गई है। हमने हरियाणा, गुजरात, और दिल्ली में इनके साथ गठबंधन किया था, लेकिन नतीजे जीरो रहे। अगर कुरुक्षेत्र सीट पर हमारा उम्मीदवार होता तो पार्टी को जीत मिलती। दिल्ली में भी AAP ने चुनाव लड़ा था, लेकिन कांग्रेस ने लड़ा होता तो 2-3 सीटें जरूर जीतते।”
सीएम भगवंत मान का बयान
विधानसभा सत्र के दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बीजेपी के विधायकों के अनुपस्थिति पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “बीजेपी के विधायक सत्र में नहीं आ रहे हैं। अब तारीखें बदलने से काम नहीं चलेगा। एक की बजाय पांच की तारीखें बदलनी पड़ेंगी, लेकिन वोटें जहां तय हैं, वहीं पड़ेंगी। हमने सच के आधार पर लोगों को गारंटियां दी हैं।”