हरियाणा में आईपीएस अधिकारियों के प्रमोशन से जुड़ा विवाद उठा है। पूर्व क्रिकेटर और टी-20 विश्व कप जीतने वाले जोगिंद्र शर्मा ने मुद्दे पर सवाल उठाए हैं। 2007 में उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में डीएसपी बनाया गया था। अब वह हाईकोर्ट में गए हैं, क्योंकि उनका नाम वहां की प्रमोशन की लिस्ट में नहीं है।
बता दें कि जोगिंद्र सिंह का कहना है कि सरकार ने जिन आईपीएस अधिकारियों को प्रमोशन के लिए चुना है, उनमें से उनका नाम नहीं है, लेकिन वे तब से सेवा में शामिल थे, जब दूसरे अधिकारियों को चुना गया था और उनका प्रोबेशन भी पूरा हो चुका था। जोगिंदर शर्मा ने हाईकोर्ट में यह दावा किया है कि सरकार ने उनकी सेवा को नियमों के खिलाफ चुना है। नियुक्ति पत्र में उल्लेख नहीं है कि प्रोबेशन पूरा करना जरूरी है। उनकी याचिका में यह भी कहा गया है कि नियम 10 के अनुसार सेवा में नए लोग प्रोबेशन पर होते हैं और उन्हें सेवा में शामिल किया जाता है। प्रोबेशन पूरा होने से पहले किसी की सेवा अवधि को समाप्त नहीं किया जा सकता। शर्मा चाहते हैं कि हाईकोर्ट उनके प्रमोशन को मान्यता दे और उन्हें सभी लाभ प्रदान किए जाएं। सरकार अब हाईकोर्ट के फैसले का इंतजार कर रही है।

जोगिंद्र शर्मा 2007 में भारतीय टी-20 टीम के सदस्य थे जिन्होंने विश्व कप जीता था। उन्हें हुड्डा सरकार ने हरियाणा पुलिस में डीएसपी के पद पर नियुक्त किया था। शर्मा का कहना है कि उन्होंने बहुत साल तक राज्य के लिए क्रिकेट खेला है, लेकिन उन्हें अब भी प्रमोशन में भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है।
