सतलुज-यमुना लिंक नहर विवाद पर आज हरियाणा के सीएम मनोहर लाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान के बीच बैठक होगी। शाम चार बजे आयोजित होने वाली बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखाव्त करेंगे। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच इस विवाद को लेकर यह तीसरी बैठक है। पहले भी कई बैठकें हुई जो बेनतीजा रही थी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर एसवाईएल नहर के निर्माण से संबंधित किसी भी बाधा या मुद्दे को हल करने के लिए एक बैठक आयोजित करने की इच्छा जताई थी। हालांकि मान ने भी बैठक में शामिल होने की इच्छा जताई थी। मगर वह पहले की तरह अड़े है कि उनके राज्य के पास साझा करने के लिए अतिरिक्त पानी नहीं है।
पानी के बटवारें का विवाद है अलग
सीएम खट्टर कहते आए है कि एसवाईएल के निर्माण का राज्यों के बीच जल बंटवारे से कोई लेना-देना नहीं है। पानी के बटवारें का विवाद अलग है। जो प्राधिकरण हल करेगा। हरियाणा सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि एसवाईएल को लेकर चार अक्तूबर को सर्वोच्च न्यायालय ने एक विस्तृत आदेश पारित किया है। इसमें सर्वोच्च न्यायालय ने स्पष्ट रुप से कहा है कि निष्पादन जल के आवंटन से संबंधित नहीं है। हरियाणा सरकार ने उम्मीद जताई है कि इस मुद्दे को हल करने के लिए पंजाब सरकार सहयोग करेगी।
कई सालों से चला आ रहा है नहर का मुद्दा
एसवाईएल का मुद्दा पिछले कई सालों से पंजाब और हरियाणा के बीच विवाद का विषय बना है। हरियाणा यह भी मुद्दा उठाता रहा है कि एसवाईएल के नहीं बनने से उनके राज्यों के किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। नहर का निर्माण पूरा होने से हरियाणा के किसानों को सिंचाई के लिए अतिरिक्त पानी उपलब्ध होगा, जिससे न केवल उत्पादन बढ़ेगा बल्कि किसानों को अपनी आय बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।