Haryana में एक राज्यसभा सीट खाली हो गई है और इसका उपचुनाव जल्द होने वाला है। यह सीट पहले कांग्रेस नेता दीपेंद्र(Deepender) हुड्डा के पास थी, लेकिन उन्होंने हाल ही में रोहतक लोकसभा सीट से चुनाव जीत लिया है। इसके कारण उन्होंने अपनी राज्यसभा सीट को खाली करने का नोटिफिकेशन(Notification) जारी कर दिया है।
इस उपचुनाव में हरियाणा विधानसभा में मुख्यमंत्री नायब सैनी सरकार का बहुमत भी साबित होगा, जिसे विपक्ष छोटा समझ रहा है। यहाँ तक कि देशभर में राज्यसभा की कुल 10 सीटों में से एक हरियाणा की सीट भी खाली हो गई है। दीपेंद्र हुड्डा का कार्यकाल अभी दो साल बाकी था, लेकिन लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उनकी सीट खाली हो गई। दीपेंद्र हुड्डा ने मार्च 2020 में राज्यसभा सदस्य के रूप में चुनाव जीता था, और उनका कार्यकाल अप्रैल 2026 तक था।
राज्यसभा के चुनाव में अगर विपक्षी एकजुट हो गया, तो भाजपा के लिए मुश्किल हो सकती है। वर्तमान में भाजपा के पास 41 सांसद हैं, हलोपा 1 है, और एक निर्दलीय सहित कुल 43 विधायकों का समर्थन है। वहीं, विपक्ष में कांग्रेस के 29, जजपा के 10, इनेलो के 1, और 4 निर्दलीय यानी कुल 44 विधायक हैं। अगर ये एकजुट हो गए तो फिर भाजपा को राज्यसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, अगर जजपा या किसी अन्य पार्टी से क्रॉस वोटिंग हुई तो भाजपा सीट आसानी से जीत सकती है।
भाजपा को रहेगी समर्थन की उम्मीद
जजपा के 2 विधायक जोगीराम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा ने खुलकर लोकसभा चुनाव में भाजपा की मदद की थी, और चुनाव के बाद वे सीएम नायब सैनी से भी मिले थे। राज्यसभा चुनाव में भाजपा को उनसे समर्थन की उम्मीद रहेगी। इसके अलावा, पूर्व सीएम और अब केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी कई बार कह चुके हैं कि कांग्रेस के विधायक ही एकजुट नहीं हैं। वहीं, कांग्रेस विधायकों में भी गुटबाजी है।