Rao Narveer ने हाल ही में कष्ट निवारण समिति की बैठक में अधिकारियों के कामकाजी तरीके पर कड़ा रुख अपनाया। पुलिस कमिश्नर के न होने पर उनका गुस्सा फूटा। उन्होंने कहा, “अगर सभी विभागों के आला अधिकारी मौजूद हैं तो पुलिस कमिश्नर मंत्री से बड़ा कैसे हो सकता है?” उन्होंने भविष्य में DCP के अनिवार्य रूप से बैठक में होने की बात कही।
सिंचाई विभाग द्वारा बार-बार ऑब्जेक्शन लगाने पर भी राव नरवीर ने सख्त शब्दों में चेतावनी दी, “अगली बार अगर ऐसा हुआ, तो अधिकारी खुद को सस्पेंड समझें।” इसके साथ ही, उन्होंने अधिकारियों से कहा कि ऐसे मामलों को समाधान शिविर में निपटाया जाए।

बैठक में जब बल्लभगढ़ के डीसीपी की अनुपस्थिति पर सवाल उठाया गया, तो राव नरवीर ने तीखे शब्दों में कहा, “आखिर वो क्यों नहीं आए? कोई खुदा थोड़े ही हैं!” बैठक में शामिल सभी अधिकारियों को उन्होंने अपने कड़े सवालों से घेर लिया।
वहीं, एक दिलचस्प मोड़ पर, मंत्री ने MSme के अधिकारियों से सरकार की योजनाओं के तहत लोन और सब्सिडी के वितरण के बारे में सवाल किए। उन्होंने चुनौती दी कि अगली बैठक में ऐसे 10 लोग शामिल हों, जो कह सकें कि उन्हें बिना रिश्वत दिए लोन और सब्सिडी मिली है।